करेले का स्वाद भले ही कड़वा हो, लेकिन सेहत के लिहाज से यह बहुत फायदेमंद होता है। करेले में अन्य सब्जी या फल की तुलना में ज्यादा औषधीय गुण पाये जाते हैं। करेला खुश्क तासीर वाली सब्जी है। यह खाने के बाद आसानी से पच जाता है। करेले में फास्फोरस पाया जाता है जिससे कफ की शिकायत दूर होती है। करेले में प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस और विटामिन पाया जाता है।
हमारे शरीर में छ: रस चाहिए - मीठा, खट्टा, खारा, तीखा, कषाय और कड़वा | पांच रस, खट्टा/खारा/तीखा, तो बहुत खाते हैं लेकिन कड़वा नहीं खाते हैं कड़वा कुदरत ने करेला बनाया है लेकिन करेले को निचोड़ के उस की कड़वाहट निकाल देते हैं | करेले का छिलका नहीं उतारना चाहिए और उसका कड़वा रस नहीं निकालना चाहिए | हफ्ते में पन्द्रह दिन में एक दिन करेला खाना तबियत के लिए अच्छा है
करेला अपने गुणों लिए कम और अपने कड़वे स्वाद के के कारण ज्यादा मशहूर हो रहा है। दरअसल , जब से इंसान डायबिटीज और हाई ब्लूडप्रेशर जैसी वाली बीमारियों के चंगुल में फसा है , तबसे करेले को उसके कड़वे स्वाद के बावजूद प्रसिद्धि मिल गई है। करेले के विशिष्ट गुणों की बदोलत उसके औषधियों उपयोग के अलावा सब्जी के भी इसका अच्छा खासा उपयोग होता है।
Health Benefits of Bitter Gourd,bitter melon diabetes,
करेला के फायदे ,Karela Ke Fayde,
- मोटापा से रहत दिलाए :करेला मोटापा कम करने में अहम् किरदार निभाता है। करेले के रास में एक निम्बू का रास मिलाकर सुबह पिने से शरीर में बनानेवाले विषैले पदार्थ और फैट्स कम होते है। इससे मोटापा काम होता है। करेले के रास को निम्बू के रस के साथ पानी में मिलाकर पीने से वजन कम किया जा सकता है।
- पथरी को गला देता है :दो करेले का रस पीने से और करेले की सब्जी खाने से पथरी गलाकर बाहर निकल जाती है। करले के रस में शहद मिलकर पिने से पथरी गलकर पेशाब के रस्ते निकल जाती है। इसके पत्तो के रास में थोड़ी सी हींग मिलाकर पिने से पेशाब खुलकर आती है।
- कफ की शिकायत होने पर करेले का सेवन करना चाहिए। करेले में फास्फोरस होता है जिसके कारण कफ की शिकायत दूर होती है।
- करेला हमारी पाचन शक्ति को बढाता है जिसके कारण भूख बढती है।
- करेले ठंडा होता है, इसलिए यह गर्मी से पैदा हुई बीमारियों के उपचार के लिए फायदेमंद है।
- दमा होने पर बिना मसाले की छौंकी हुई करेले की सब्जी खाने से फायदा होता है।
- लकवे के मरीजों के लिए करेला बहुत फायदेमंद होता है। इसलिए लकवे के मरीज को कच्चा करेला खाना चाहिए।
- उल्टी-दस्त या हैजा होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है।
- लीवर से संबंधित बीमारियों के लिए तो करेला रामबाण औषधि है।
- जलोदर रोग होने पर आधा कप पानी में 2 चम्मच करेले का रस मिलाकर ठीक होने तक रोजाना तीन-चार बार सेवन करने से फायदा होता है।
- पीलिया के मरीजों के लिए करेला बहुत फायदेमंद है। पीलिया के मरीजों को पानी में करेला पीसकर खाना चाहिए
- डायबिटीज के लिए करेला रामबाण इलाज है। करेला खाने से शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है।
- करेला खून साफ करता है। करेला खाने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है।
- बवासीर होने पर एक चम्मच करेले के रस में आधा चम्मच शक्कर मिलाकर एक महीने तक प्रयोग करने से बवासीर की शिकायत समाप्त हो जाती है।
- गठिया रोग होने पर या हाथ-पैर में जलन होने पर करेले के रस से मालिश करना चाहिए। इससे गठिया के रोगी को फायदा होगा।
- दमा होने पर बिना मसाले की करेले की सब्जी खाना चाहिए। इससे दमा रोग में फायदा होगा।
- उल्टी, दस्त और हैजा होने पर करेले के रस में थोडा पानी और काला नमक डालकर पीने से फायदा होता है
- करेले के रस को नींबू के रस के साथ पानी में मिलाकर पीने से वजन कम किया जा सकता है
- सिरदर्द दूर करता है: करेले की ताजी पत्तियों को पीस कर माथे पर लगाने से सिरदर्द से आराम मिलता है
- घाव ठीक करता है: घाव पर करेले के जड़ को पीस कर लगाने से घाव पक जाता है और मवाद भी निकल जाता है. इससे घाव जल्दी ठीक हो जाता है. अगर आपके पास करेले का जड़ नहीं है तो इसकी पत्तियों को पीस कर गर्म करके पट्टी बांध लें. इससे फोड़ा पक जाएगा और पस भी निकल जाएगी.
- घुटने के दर्द में फायदेमंद: कच्चे करेले को आग में भूनकर, फिर मसल कर रुई में लपेट कर घुटने में बांधने से घुटने के दर्द में आराम मिलता है.
- पथरी में भी लाभदायक: करेले के रस को पीने से पथरी में आराम मिलता है.
No comments:
Write comments