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Saturday, February 09, 2019

घर में समृद्धि लाने हेतु अचूक टोटके और उपाय,GHAR ME SUKH SHANTI KE UPAY,

घर में समृद्धि लाने हेतु  अचूक टोटके और उपाय
घर में समृद्धि लाने हेतु  अचूक टोटके और उपाय
समाज की मान्यताओं के अनुसार घर को मंदिर के समान पवित्र माना जाता है. घर के वातावरण का हमारे दैनिक जीवन पर असर जरूर पड़ता है. साफ़ सुथरा तथा खुशियो से भरा घर किसे अच्छा नहीं लगता. सुख और शांति ऐसी वस्तु है जिससे हम सुख शांति प्राप्त कर सकते है
  • घर में स्थायी सुख-समृद्धि हेतु पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े रह कर लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी तथा दूध मिला कर पीपल के वृक्ष की जड़ में डालने से घर में लम्बे समय तक सुख-समृद्धि रहती है और लक्ष्मी का वास होता है।
  • घर में बार-बार धन हानि हो रही हो तों वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़क कर गुलाल पर शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना करनी चाहिए की भविष्य में घर में धन हानि का सामना न करना पड़े´। जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में बहा देना चाहिए।
  • काले तिल परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उसार कर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें, धनहानि बंद होगी।
  • घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए घर में सोने का चौरस सिक्का रखें। कुत्ते को दूध दें। अपने कमरे में मोर का पंख रखें।
  • अगर आप सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो आपको पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसके मुख पर मोली बांधकर तथा उसमें जटायुक्त नारियल रखकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
  • अखंडित भोज पत्र पर 15 का यंत्र लाल चन्दन की स्याही से मोर के पंख की कलम से बनाएं और उसे सदा अपने पास रखें।
  • व्यक्ति जब उन्नति की ओर अग्रसर होता है, तो उसकी उन्नति से ईर्ष्याग्रस्त होकर कुछ उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वे ही उसकी उन्नति के मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं, ऐसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है। ऐसी ही परिस्थितियों से निपटने के लिए
  • प्रात:काल सात बार हनुमान बाण का पाठ करें तथा हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाए¡ और पाँच लौंग पूजा स्थान में देशी कर्पूर के साथ जलाएँ। फिर भस्म से तिलक करके बाहर जाए¡। यह प्रयोग आपके जीवन में समस्त शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होगा, वहीं इस यंत्र के माध्यम से आप अपनी मनोकामनाओं की भी पूर्ति करने में सक्षम होंगे।
  • कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें। अनिष्ट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा।
  • अगर अचानक धन लाभ की स्थितियाँ बन रही हो, किन्तु लाभ नहीं मिल रहा हो, तो गोपी चन्दन की नौ डलियाँ लेकर केले के वृक्ष पर टाँग देनी चाहिए। स्मरण रहे यह चन्दन पीले धागे से ही बाँधना है।
  • अकस्मात् धन लाभ के लिये शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को सफेद कपड़े के झंडे को पीपल के वृक्ष पर लगाना चाहिए। यदि व्यवसाय में आकिस्मक व्यवधान एवं पतन की सम्भावना प्रबल हो रही हो, तो यह प्रयोग बहुत लाभदायक है।
  • अगर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हों, तो मन्दिर में केले के दो पौधे (नर-मादा) लगा दें।
  • अगर आप अमावस्या के दिन पीला त्रिकोण आकृति की पताका विष्णु मन्दिर में ऊँचाई वाले स्थान पर इस प्रकार लगाएँ कि वह लहराता हुआ रहे, तो आपका भाग्य शीघ्र ही चमक उठेगा। झंडा लगातार वहाँ लगा रहना चाहिए। यह अनिवार्य शर्त है।
  • देवी लक्ष्मी के चित्र के समक्ष नौ बत्तियों का घी का दीपक जलाए¡। उसी दिन धन लाभ होगा।
  • घर में समृद्धि लाने हेतु घर के उत्तरपश्चिम के कोण (वायव्य कोण) में सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें। फिर बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें। ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा।
  • घर को साफ रखें तथा हमेशा घर में झाड़ू पोछा लगाए. रोजाना झाड़ू पोछा करने से घर में सुख सम्रद्धि बढ़ती है.
  • रात को खाना खाने के बाद जूठे बर्तन ना रखें. इससे घर सुख सम्रद्धि तथा बरकत नहीं आती है. हमेशा बर्तनों को साफ करके ही रखें.
  • जब भी आप सुबह की पूजा करे तो यह पूजा 6 से 8 बजे के बीच में ही करे तथा भूमि पर आसन बिछा कर पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके पूजा करे. इससे घर में सुख तथा शांति बनी रहती है.
  • घर में तुलसी का पौधा लगाए तथा जिस गमले में तुलसी का पौधा हो उसमे कोई दूर पौधा ना लगाए. तुलसो को हमेशा घर के पूर्व या उत्तर दिशा में ही लगाए.
  • रात को सोते समय हमेशा दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर सिर कर के सोएं. पूर्व की ओर सिर करने से विद्या की प्राप्ति होती है तथा दक्षिण की ओर सिर करके सोने से आयु तथा धन में बढ़ोतरी होती है.

Sunday, May 14, 2017

दीपावली पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय,

भारत के सभी पर्वों में दीवाली का सर्वाधिक महत्व है। इस दिन शुभ मुहूर्त में सही विधि-विधान से लक्ष्मी का पूजन करने पर अगली दीवाली तक के लिए लक्ष्मी कृपा से घर में धन और धान्य की कमी नहीं आती है। साथ ही शास्त्रों में बताए टोने-टोटके के उपायों से भी बहुत जल्दी ही लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त की जा सकती है। लक्ष्मी कृपा पाने के लिए ज्योतिषियों के बताए 51 उपाय यहां दिए जा रहे हैं, इन्हें सभी राशियों के लोग कर सकते हैं। इनमें से कोई भी एक या अधिक उपाय करने से दरिद्रता दूर होकर सुख-सम्पत्ति का आगमन होता है।
  • दीपावली पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है। इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं।-पूजा में लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए। यदि स्फटिक का श्रीयंत्र हो तो सर्वश्रेष्ठ रहता है।
  • अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं। यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए। ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, वापिस पलटकर न देखें।
  • दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके। सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें।
  •  दीपावाली पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है।
  • यदि संभव हो सके तो दीवाली वाले दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं। इस पुण्य कर्म से बड़े से बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं।
  • एक बात का विशेष ध्यान रखें कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए। साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें। इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा।
  • लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें। सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें।
  • घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में दीपक जलाएं। तुलसी को वस्त्र अर्पित करें।
  • जो लोग धन का संचय बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें तिजोरी में लाल कपड़ा बिछाना चाहिए। इसके प्रभाव से धन का संचय बढ़ता है। महालक्ष्मी का ऐसा फोटो रखें, जिसमें लक्ष्मी बैठी हुईं दिखाई दे रही हैं।
  • दीपावली पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें। जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा।
  • महालक्ष्मी के महामंत्र ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: का कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार जप करें।
  •  दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है। मां लक्ष्मी घर में आती हैं।
  • दीपावली पर तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें। किसी मंदिर हनुमान मंदिर जाकर ऐसा दीपक भी लगा सकते हैं।
  • किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं। ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए। खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए।
  • दीपावली पर महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए। ये कौडिय़ा पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं। आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
  • लक्ष्मी पूजन के समय हल्दी की गांठ भी साथ रखें। पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है।
  • दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए। पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें। जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए।
  • दीवाली के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान करें। यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें।
  • इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं।
  • दीपावली की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें, जो आपकी कमाई का साधन हैं।
  • लक्ष्मी पूजन के समय एक नारियल लें और उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें और उसे भी पूजा में रखें।
  • दीपावली के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें। बरकत बनी रहेगी।
  • प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें। दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। दीपावली के शुभ दिन यह उपाय करने से गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
  • दीवाली की रात सोने से पहले किसी चौराहे पर तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं। ध्यान रखें पीछे पलटकर न देखें।
  • महालक्ष्मी के चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं। ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं।
  • दीपावली के दिन किसी भी शुभ मुहूर्त में नागकेसर अौर 5 सिक्के एक कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से घर में कभी पैसों की तंगी नहीं होती।
  • आर्थिक तंगी से बचने के लिए चांदी की छोटी डिब्बी में नागकेसर अौर शहद बंद करके तिजोरी में रखने से लाभ होगा। हर दीपावली पर इसे बदलते रहें।
  • दीपावली के दिन शिवलिंग का अभिषेक करने के पश्चात बिल्व पत्र अौर नागकेसर के फूल अर्पित करें। उसके बाद प्रसाद चढ़ाएं। अर्पित किए हुए बिल्व पत्रों अौर फूलों को तिजोरी में रख दें। 
  • नगकेसर, हल्दी, सुपारी, एक सिक्का, तांबे का टुकड़ा अौर अक्षत को कपड़े में बांध कर दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा में रखें। पूजा के पश्चात इस पोटली को तिजोरी में रख दें।
  • रतिदिन कोसर का तिलक लगाने से घर में होने वाले कलह से छुटकारा मिलता है।
  • कपड़े में नागकेसर लपेटकर तिजोरी में रखने से धन के आगमन में कभी कमी नहीं आती। 
  • दीपावली के दिन नागकेसर से घर के बाहर अौर पूजा स्थल पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं।

Friday, May 12, 2017

गोमती-चक्र के लाभ,गोमती चक्र से पाए सुख समृधि धन,Gomati Chakra Benefits in Hindi,

Gomati Chakra in Hindi,

गोमती-चक्र के लाभ ,गोमती चक्र नजर दोष और वास्तु

समुद्री किनारों पर लोग सीप से मिलते जुलते सामान को खोजते रहते है,गोदावरी नदी के किनारे पर अक्सर गोमती चक्र पडे मिल जाते है,इनकी पहिचान को करने के लिये अगर पलट कर देखा जाये तो हिन्दी संख्या ७ लिखी मिलती है। इस अंक का प्रकृति के द्वारा सफ़ेद वस्तु पर लिखा पाया जाना और इस अंक का राहु से सम्बन्ध रखना दोनो के मेल से राहु चन्द्र शनि की उपस्थिति को मानना ही गोमती चक्र की महानता को पूरा करता है। शनि चन्द्र की युति वैसे तो प्लास्टर आप पेरिस में भी मिलती है और राहु के कारण उसके अन्दर जल्दी से जमाव का कारण भी मिलता है,

इसके साथ चूने के अन्दर भी शनि चन्द्र राहु की उपस्थिति मिलती है लेकिन राहु का साक्षात प्रभाव मिलना केवल प्लास्टर आफ़ पेरिस में और चूने में मिलाये जाने वाली पानी के मिलने तक ही माना जा सकता है। जैसे ही पानी को मिलाया जाता है राहु अपने प्रभाव को समाप्त कर देता है और केव्ल शनि चन्द्र का मरा हुआ रूप ही सामने रहता है इसलिये ही प्लास्टर आप पेरिस और चूने को पानी रहने तक ही कार्य में लिया जा सकता है जैसे ही पानी सूखा और इनकी शक्ति को खत्म मान लिया जाता है। गोमती चक्र के अन्दर बिगुल के आकार की बनावट और राहु का हमेशा के लिये प्रभाव को बनाये रखने के लिये लोग कई तरह से इसे प्रयोग में लाते है।लिखकर जमीन में गाड़ दें ।

गोमती चक्र कम कीमत वाला एक ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी में मिलता है। विभिन्न तांत्रिक कार्यों तथा असाध्य रोगों में इसका प्रयोग होता है। इसका तांत्रिक उपयोग बहुत ही सरल होता है। किसी भी प्रकार की समस्या के निदान के लिए यह बहुत ही कारगर उपाय है। 

गोमती चक्र की पूजा होली, दिवाली और नवरात्रि जैसे अवसरों पर गोमती चक्र की विशेष पूजा होती है। सर्वसिद्धि योग, अमृत योग और रविपुष्य योग आदि विभिन्न मुहूर्तों पर भी गोमती-चक्र की पूजा की जा सकती है।
  • असाध्य रोगों को दुर करने तथा मानसिक शान्ति प्राप्त करने के लिये लगभग 10 गोमती चक्र लेकर रात को पानी में डाल देना चाहिऐ। सुबह उस पानी को पी जाना चाहिऐ। इससे पेट संबंध के विभिन्न रोग दुर होते है।
  • धन लाभ के लिऐ 11 गोमती चक्र अपने पुजा स्थान मे रखना चाहिऐ उनके सामने 'ॐ श्रियै नमः' का जाप करना चाहिऐ। इससे आप जो भी कार्य करेंगे उसमे आपका मन लगेगा और सफलता प्राप्त होगी । किसी भी कार्य को उत्साह के साथ करने की प्रेरणा मिलेगी।
  • गोमती चक्रों को यदि चांदी अथवा किसी अन्य धातु की डिब्बी में सिंदुर तथा अक्षत डालकर रखें तो ये आर्थिक दृष्टि से शीघ्र फलदायक होते है। घर में शान्ति भी रहती है ।
  • यदि घर में भूत-प्रेतों का उपद्रव हो तो दो गोमती चक्र लेकर घर के मुखिया के ऊपर घुमाकर आग में डाल दें तो घर से भूत-प्रेत का उपद्रव समाप्त हो जाता है।
  • यदि घर में बीमारी हो या किसी का रोग शांत नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र लेकर उसे चांदी में पिरोकर रोगी के पलंग के पाये पर बांध दें। उसी दिन से रोगी को आराम मिलने लगता है।
  • * रमोशन नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र लेकर शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ा दें और सच्चे ह्रदय से प्रार्थना करें। निश्चय ही प्रमोशन के रास्ते खुल जाएंगे।
  • व्यापार वृद्धि के लिए दो गोमती चक्र लेकर उसे बांधकर ऊपर चौखट पर लटका दें और ग्राहक उसके नीचे से निकले तो निश्चय ही व्यापार में वृद्धि होती है।
  • यदि इस गोमती चक्र को लाल सिंदूर के डिब्बी में घर में रखें तो घर में सुख-शांति बनी रहती है।
  • प्रमोशन के लिए प्रत्येक सोमवार को शिवजी पर एक गोमती चक्र चढाये।
  • गोमती चक्र लक्ष्मी का स्वरुप है। ११ गोमती चक्र एक लाल पोटली में बाँध कर दूकान में रखने से व्यापार अच्छा चलेगा।
  • यदि बीमार व्यक्ति ठीक नही हो पा रहा हो अथवा दवाइया नही लग रही हो तो उसके सिरहाने पाँच गोमती चक्र “ॐ जूं सः” मंत्र से अभिमंत्रित करके रखे , रोगी को शीघ्र ही स्वाथ्य लाभ होगा।
  • यदि बार-बार गर्भ गिर रहा हो तो दो गोमती चक्र लाल कपड़े में बांधकर कमर में बांध दें तो गर्भ गिरना बंद हो जाता है।
  • यदि कोई कचहरी जाते समय घर के बाहर गोमती चक्र रखकर उस पर दाहिना पांव रखकर जाए तो उस दिन कोर्ट-कचहरी में सफलता प्राप्त होती है।
  • यदि शत्रु बढ़ गए हों तो जितने अक्षर का शत्रु का नाम है उतने गोमती चक्र लेेकर उस पर शत्रु का नाम लिखकर उन्हें जमीन में गाड़ दें तो शत्रु परास्त हो जाएंगे।
  • यदि पति-पत्नी में मतभेद हो तो तीन गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में हलूं बलजाद कहकर फेंद दें, मतभेद समाप्त हो जाएगा।

Tuesday, March 08, 2016

मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए करें ये उपाय, Astrology Remedies to Get Grace Goddess Lakshmi in Hindi,

तंत्र का इतिहास सदियों पुराना है। तंत्र भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता। तंत्र केमाध्यम से साधक लोक-परलोक के सभी सुख प्राप्त कर सकता है। तंत्र शास्त्र में कई ऐसी वस्तुओं के बारे में बताया गया है, जिन्हें घर में रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और वह वस्तुएं धन को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इन वस्तुओं को यदि किसी शुभ मुहूर्त में घर में रखा जाए, तो इसका कई गुना फल प्राप्त होता है। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए करें ये उपाय.

महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी भी शाम को मां लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजन करें और उसके बाद मां लक्ष्मी के चरणों में सात लक्ष्मीकारक कौडिय़ां रखें। आधी रात के बाद इन कौडिय़ों को घर के किसी कौने में गाड़ दें। इस प्रयोग से शीघ्र ही आर्थिक उन्नति हो सकती है।

  श्रीयंत्र- यंत्र शास्त्र में श्रीयंत्र की विशेष महिमा बताई गई है। इसे यंत्रराज की उपाधि दी गई है। इस यंत्र को धन वृद्धि, धन प्राप्ति, कर्ज से सम्बन्धित धन पाने के लिए, लोन इत्यादि प्राप्त होने के लिए तथा लाटरी, सट्टा आदि द्वारा धन पाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इसकी स्थापना घर के पूजन कक्ष में करनी चाहिए।

  चांदी की लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति- चांदी से निर्मित लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को घर के पूजा स्थल पर रखना चाहिए। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इनकी स्थापना करने के बाद प्रतिदिन इनकी पूजा करने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती और घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।

 कमल गट्टा- कमल गट्टा कमल से निकलने वाला एक प्रकार का बीज है। चूंकि मां लक्ष्मी कमल पर ही विराजमान होती हैं, इसलिए इस बीज को बहुत ही चमत्कारी माना जाता है। इसे घर के पूजन स्थान पर रखना चाहिए। इससे भी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

  मां लक्ष्मी की चरण पादुकाएं- मां लक्ष्मी की चांदी से निर्मित चरण पादुकाएं महालक्ष्मी व्रत के दौरान शुभ मुहूर्त देखकर धन स्थान पर इस प्रकार रखनी चाहिए कि इसकी दिशा धन स्थान की ओर जाती हुई रहे। इसका अर्थ है लक्ष्मी सदैव आपके धन स्थान में ही निवास करे।

- पारद लक्ष्मी प्रतिमा- पारद से निर्मित देव प्रतिमाओं को बहुत ही विशेष माना गया है। घर में पारद से निर्मित लक्ष्मी प्रतिमा रखने से बहुत लाभ होता है। इस प्रतिमा की स्थापना घर के पूजन स्थान पर करनी चाहिए और प्रतिदिन इसकी पूजा करनी चाहिए।

- कौड़ी- ये समुद्र से निकलती है। दिखने में यह बहुत साधारण होती है, लेकिन इसका प्रभाव बहुत अधिक होता है। लक्ष्मीजी समुद्र से उत्पन्न हुई हैं और कौडिय़ां भी समुद्र से निकलती हैं। इसलिए इसमें धन को अपनी ओर आकर्षित करने का प्राकृतिक गुण होता है। इसे धन स्थान पर रखना शुभ होता है।

  पुराने चांदी के सिक्के और रुपयों के साथ कौड़ी रखकर उनका लक्ष्मी पूजन के समय केसर और हल्दी से पूजन करें। पूजा के बाद इन्हे तिजोरी में रख दें। इससे तिजोरी में धन बढ़ सकता है।

 महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी भी दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कार्यों से निपट कर किसी लक्ष्मी मंदिर में जाएं और मां लक्ष्मी को कमल के फूल अर्पित करें और सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। मां लक्ष्मी से धन संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए प्रार्थना करें। कुछ ही समय में आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।

 महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी भी दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं और साधक की मनोकामना पूरी कर सकती हैं।

-घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रुई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें, साथ ही दिए में थोड़ी सी केसर भी डाल दें। इस उपाय से भी धन का आगमन हो सकता है।

 महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी रात को शुद्धता के साथ स्नान कर पीली धोती धारण करें और एक आसन पर उत्तर की ओर मुंह करके बैठ जाएं। अब अपने सामने सिद्ध लक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें, जो विष्णु मंत्र से सिद्ध हो और स्फटिक माला से नीचे लिखे मंत्र का 21 माला जाप करें। मंत्र जाप के बीच उठे नहीं, चाहे घुंघरुओं की आवाज सुनाई दे या साक्षात लक्ष्मी ही दिखाई दे।

मंत्र

ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं ऐं ह्रीं श्रीं फट्

इस टोटके को विधि-विधान पूर्वक संपन्न करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं।

लघु नारियल- ये नारियल आम नारियल से थोड़ा छोटा होता है। तंत्र-मंत्र में इसका खास महत्व है। नारियल को श्रीफल भी कहते हैं यानी देवी लक्ष्मी का फल। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इसकी विधि-विधान से पूजा कर लाल कपड़े में बांधकर ऐसे स्थान पर रखना चाहिए, जहां किसी की नजर इस पर न पड़े। इस उपाय से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं।

-मोती शंख- मोती शंख एक बहुत ही दुर्लभ प्रजाति का शंख माना जाता है। तंत्र शास्त्र के अनुसार यह शंख बहुत ही चमत्कारी होता है। यह दिखने में बहुत ही सुंदर होता है। इसे घर में रखने से धन-संपत्ति बढऩे लगती है और परिवार वालों के बीच सामंजस्य बना रहता है।

 दक्षिणावर्ती शंख- तंत्र-मंत्र में दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व है। इसे घर के पूजा स्थान या तिजोरी मेंं रखने से माता लक्ष्मी स्वत: ही इसकी ओर आकर्षित होती है और रंक को भी राजा बना देती हैं। इसे पूजा स्थान पर रखने और रोज इसकी पूजा करने से साधक बहुत जल्दी धनवान बन जाता है। ये बहुत ही चमत्कारी उपाय है