Green Coffee बाज़ार मे अभी अपेक्षाकृत रूप से नया उत्पाद है. इस पौधे के बीजों का प्रयोग अधिक वज़न से लड़ने के लिए किया जाता है. अभी तक पतले होने के लिए Green Coffee के असर के बारे मे काफ़ी अंतर्विरोधी कयास लगाए जाते हैं. क्या ये सच मे वज़न घटने मे सहायता करती है
ये वजन कम करने में काफी मदद करता है। इस कॉफी में ज्यादा कुछ खास फर्क नहीं है, बस इस कॉफी की बीन्स कच्चे रुप में होती है। आमतौर पर कॉफी बीन्स को निकाल कर भूना जाता है ताकि उनका स्वाद अच्छा हो और महक अच्छी हो जाए। कई शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि इस कॉफी की बीन्स का स्वास्थ से महत्वपूर्ण संबंध है।
ग्रीन टी के चलन के साथ ही ग्रीन कॉफी को लेकर भी बहुत चर्चाएं की जाने लगीं। यह असल में कच्चे, बिना सिके हुए कॉफी के बीज होते हैं। इन्हें इसी स्वरूप में पीसकर काम में लाया जाता है। चूंकि ये प्राकृतिक और कच्चे रूप में काम में लिए जाते हैं, इसलिए इसे ग्रीन कॉफी कहा जाता है।
ये वजन कम करने में काफी मदद करता है। इस कॉफी में ज्यादा कुछ खास फर्क नहीं है, बस इस कॉफी की बीन्स कच्चे रुप में होती है। आमतौर पर कॉफी बीन्स को निकाल कर भूना जाता है ताकि उनका स्वाद अच्छा हो और महक अच्छी हो जाए। कई शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि इस कॉफी की बीन्स का स्वास्थ से महत्वपूर्ण संबंध है।
ग्रीन टी के चलन के साथ ही ग्रीन कॉफी को लेकर भी बहुत चर्चाएं की जाने लगीं। यह असल में कच्चे, बिना सिके हुए कॉफी के बीज होते हैं। इन्हें इसी स्वरूप में पीसकर काम में लाया जाता है। चूंकि ये प्राकृतिक और कच्चे रूप में काम में लिए जाते हैं, इसलिए इसे ग्रीन कॉफी कहा जाता है।
Health Benefits of Green Coffee in Hindi,
- क्लोरोजेनिक एसिड, जो कि एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, वज़न मे बढ़त रोकता है, पेट मे वसा को तोड़ता है तथा उसके अवशोषण को रोकता है.
- क्लोरोजेनिक एसिड के साथ कैफ़ीन शरीर के उपापचय मे सुधार करता है, शरीर के मोटापे को जलाता है, जिससे कि वज़न मे घटत होती है.
- इस पेय का टॉनिक प्रभाव होता है, ये शरीर को ऊर्जा से भर देता है इसलिए शारीरिक काम करना आसान हो जाता है. कसरत इस पेय का असर बढ़ा देती है जिससे पतला होना और प्रभावी हो जाता है.
- Green coffee का अपना एक अलग ही स्वाद होता है, जो भूख को दबाता है
- वजन घटाने का विकल्प हुए कुछ शोध यह साबित करते हैं कि ग्रीन कॉफी का सेवन करने वाले लोग, इसे न पीने वालों की तुलना में 7-8 किलो तक अधिक वजन घटा सकते हैं। साथ ही यह भी कहा जाता है कि यह शरीर में फैट के जमा होने की प्रक्रिया से भी बचाव कर सकता है। कुछ लोगों में इसके सेवन से उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायता मिलने के भी प्रमाण मिले हैं।
- यदि आप अपने वजन से बहुत परेशान हैं लेकिन आप डायट चार्ट भी फॉलो नहीं करना चाहते तो आपको ग्रीन कॉफी का सेवन करना चाहिए। ग्रीन कॉफी का सबसे बड़ा फायदा है कि आप एक महीने में ही लगभग 2 किलोग्राम वजन आसानी से कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको कोई अतिरिक्त मेहनत भी नहीं करनी होगी।
- जो लोग नियमित रूप से ग्रीन कॉफी का सेवन करते हैं, निश्चित रूप से उनका दो सप्ताह में लगभग डेढ़ किलोग्राम तक वजन कम हो सकता है लेकिन यदि एक महीने तक रोजाना ग्रीन कॉफी का सेवन किया जाएं तो आसानी से करीब 2 किलोग्राम वजन कम करने में आसानी होगी।
- ग्रीन काफी कुछ ग्रीन टी के समान है। लेकिन ग्रीन कॉफी इसलिए भी अधिक फायदेमंद है क्योंकि ग्रीन कॉफी के कच्चे और बिना भुने स्वरूप में जो तत्व मौजूद होते हैं उनसे पाचन क्षमता ठीक रहती है और ठीक इसके विपरीत इन्हीं तत्वों से वजन नियंत्रण में भी मदद मिलती है।
- रिसर्च के दौरान यह भी बात सामने आई है कि यदि ग्रीन कॉफी के कच्चे और बिना भुने स्वरूप को भूना जाएगा तो इससे असरकारक तत्व नष्ट हो जाते हैं। यही कारण है कि जो लोग सामान्य कॉफी पीने के शौकीन हैं उनका वजन कम नहीं होता क्योंकि इसे असरकारक तत्व भूनने के दौरान खत्म हो चुके होते हैं।
- दुनिया भर में कॉफी के इन बीजों का प्रयोग वजन घटाने के लिए विकल्प के तौर पर किया जा रहा है। लोग तेजी से इस ट्रैंड को अपना रहे हैं। असल में जानकारों का कहना है कि रोस्ट होने, यानी सिकने की प्रक्रिया में कॉफी के बीजों में मौजूद कुछ हेल्दी, प्राकृतिक रसायन नष्ट हो जाते हैं। पिछले कुछ समय में हुए कुछ शोध इस परिणाम को दर्शाने में सफल रहे हैं कि ग्रीन कॉफी का प्रयोग वजन घटाने में मदद कर सकता है।
- ग्रीन काफी मे ओआरएसी ज्यादा मात्रा में होता है-ओआरएसी यानि ऑक्सीजन रेडिकल एबजॉरबेंस केपेसिटी ये एक तरीका होता है जिससे एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा की जांच की जाती है। जब ग्रीन कॉफी की बीन्स की जांच की गई तो पाया गया कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में है। हाल ही के अध्यन में पता चला है कि ये कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों को भी रोकने में कारगर है। दरअसल ये कैंसर के सेल को बनने से रोकती है।
- ऊर्जा बढ़ाती है- ये भी पाया गया कि ग्रीन कॉफी मेटाबॉलिजम रेट को बढ़ाती है जो कि आपकी दिनचर्या को पूरा करने में ऊर्जा देता है। वजन कम करता है- ये कॉफी वजन कम करने में भी मददगार है क्योंकि इसमें मेटाबॉलिजम रेट को बढ़ाने की क्षमता होती है। इसी के साथ पहले से मौजूदा फैट को भी कम करता है। हो सकता है जोखिम भी यूं सामान्य तौर पर किसी भी चीज का सेवन हद से ज्यादा करना तकलीफ देह हो सकता है। ग्रीन कॉफी के मामले में भी यह बात लागू होती है।
- ग्रीन कॉफी या इसके सप्लीमेंट्स का सेवन करने के लिए भी कुछ खास बातों को ध्यान में रखना जरूरी है। अन्यथा इससे तकलीफ हो सकती है। इसलिए इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। डॉक्टर विशेष तौर पर बच्चों और गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन न करने की सलाह देते हैं। Health Benefits of Green Coffee
- इसके साथ ही कुछ विशेष औषधियों का सेवन करने वालों के लिए भी ग्रीन कॉफी के सेवन को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है,
पेय को कैसे लें Green coffee को विभिन्न प्रकार से लिया जा सकता है
- भूख पर काबू करने के लिए एक निश्चित समय मे ही आहार लीजिए (उदाहरण के लिए, नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का खाना). अगर आपको उसके बीच भूख लगती है तो Green coffee पीजिए. इस पेय को खाने के एक-आध घंटे पहले लिए जा सकता है. इससे भूख घट जाएगी जिससे कि आप कम खाना खाएँगे.
- इस कॉफ़ी को मोटापानाशक उत्पाद के रूप मे मुख्य पेय के तौर पर नाश्ते, दोपहर के भोजन तथा रात्रि के भोजन मे लीजिए. ये तत्काल मोटापे को शरीर से कम करना शुरू कर देगी.
- बहुत से लोगो को लगता है कि बढ़ी हुई मात्रा से ज़्यादा अच्छा परिणाम मिलेगा. पर एक बात याद रखिए: सुरक्षा सबसे पहले है. आप जो भी लें उसमे हमेशा परामर्श की हुई मात्रा का ध्यान रखना चाहिए. Green coffee की स्थिति मे भी ये मात्रा एक दिन मे 3 कप से ज्यादा नही होनी चाहिए. अगर आप इसे अक्सर पीना चाहते हैं तो मात्रा मे कमी कर दीजिए और एक बार मे बस आधा कप लीजिए.
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