प्राकृतिक उपचार दंत पीडा में लाभकारी होते हैं। सदियों से हमारे बडे-बूढे दांत के दर्द में घरेलू पदार्थों का उपयोग करते आये हैं। यहां हम ऐसे ही प्राकृतिक उपचारों की चर्चा कर रहे हैं। असल में दांतों से जुड़ी हर समस्या के पीछे हमारी गलत खानपान और रहन-सहन की आधुनिक जीवन शैली है। चाय-कॉफी जैसे बेहद गर्म पेय तथा कोलड्रिक्स दोनों ही दांतों की जड़ों को कमजोर और खोखला कर देते हैं। सात्विक, ताजा तथा प्राकृतिक खानपान और सफाई के प्रति जागरूकता ही हमें दातों की समस्या से स्थाई छुटकार दिला सके।
दांतों में दर्द होना बहुत ही आम बात है, लेकिन यह दर्द असहनीय होता है। हम दांतों की बहुत सारी तकलीफों से बच सकते अगर हम उनका धयान रखें। दांतों के दर्द से निवारण के लिए आप नीचे दिए गए Gharelu Nuskhe अपना सकते हैं।
दांत के दर्द का प्राकृतिक उपचार, Home Remedies for Teeth Pain in Hindi,
- कच्चा प्याज दांत के दर्द के लिए सबसे प्रभावशाली Gharelu Upchar है। एक ताज़ा प्याज काट कर दांतों पर 3 मिनट के लिए रगड़े। इससे दांतों के दर्द में आराम मिलेगा।
- हींग दांतों के दर्द के लिए बहुत लाभदायक Gharelu Nuskhe में से एक है। जब भी दांत में दर्द हो तो हींग को मौसमी के रस में मिलाये और फिर रुई में लेकर उस रुई को दर्द करने वाले दांत पर रख दीजिये, इससे आपको दर्द से तुरंत निजात मिलेगी।
- मसूड़े पर काली मिर्च के पाउडर को रगड़े, इससे मसूड़े सुन्न हो जायेंगे और दर्द काम हो जायेगा। यह gharelu upchar दांतों के लिए बहुत लाभदायक है।
- बर्फ के टुकड़े से मसूड़े की सिकाई करें।
- 5gm लौंग, 3gm कपूर को बारीक पीस कर दत्तो पर मलने से आराम मिलेगा। लौंग का तेल दांतों में लाएं, लेकिन धयान रहे की तेल मसूड़ों पर न लगे क्योंकि मसूड़े पर लगाने से उन पर जलन होती है।
- लहसुन की एक लौंग चबाना भी दांतों के दर्द के लिए बहुत प्रभावी है।जिस दांत में दर्द हो उसके पास एक लौंग रखें। इससे दांत के दर्द में आराम आएगा।जिस दांत में दर्द हो, Vicks को अपने चेहरे के उस भाग पर लगाएं और किसी रुमाल से धक लें। Vicks की ऊष्मा से आपका दांतों का दर्द खत्म हो जायेगा
- टमाटर का सेवन करें, इससे दांत स्वस्थ और साफ़ रहते हैं। दांतों के दर्द में नमकीन पानी से गरारे करना बहुत लाभदायक है। हल्दी और सरसों के तेल को मिला कर दांतों का मंजन करें। दांत में दर्द होने पर, मीठा न खाए क्योंकि मीठा खाने से बैक्टीरिया और जर्म्स और भी ज्यादा बढ़ते है।
- कैल्शियम और प्रोटीन युक्त खाने का सेवन करें। ताज़े आम के पत्तों को चबाएं और थूक दें।
- दो ग्राम हींग नींबू के रस में पीसकर पेस्ट जैसा बनाले। इस पेस्ट से दंत मंजन करते रहने से दंतशूल का निवारण होता है।१२। मेरा अनुभव है कि विटामिन सी ५०० एम.जी. दिन में दो बार और केल्सियम ५००एम.जी दिन में एक बार लेते रहने से दांत के कई रोग नियंत्रित होंगे और दांत भी मजबूत बनेंगे।
- मुख्य बात ये है कि सुबह-शाम दांतों की स्वच्छता करते रहें। दांतों के बीच की जगह में अन्न कण फ़ंसे रह जाते हैं और उनमें जीवाणु पैदा होकर दंत विकार उत्पन्न करते हैं।
- शकर का उपयोग हानिकारक है। इससे दांतो में जीवाणु पैदा होते हैं। मीठी वस्तुएं हानिकारक हैं। लेकिन कडवे,ख्ट्टे,कसेले स्वाद के पदार्थ दांतों के लिये हितकर होते है। नींबू,आंवला,टमाटर ,नारंगी का नियमित उपयोग लाभकारी है। इन फ़लों मे जीवाणुनाशक तत्व होते हैं। मसूढों से अत्यधिक मात्रा में खून जाता हो तो नींबू का ताजा रस पीना लाभकारी है। हरी सब्जियां,रसदार फ़ल भोजन में प्रचुरता से शामिल करें।
- दांतों की केविटी में दंत चिकित्सक केमिकल मसाला भरकर इलाज करते हैं। सभी प्रकार के जतन करने पर भी दांत की पीडा शांत न हो तो दांत उखडवाना ही आखिरी उपाय है।
जिस दांत में पस हो जाता है उसमें बैक्टीरिया प्रवेश कर जाता है और वही बढ़ता रहता है जिससे उन हड्डियों में संक्रमण हो जाता है जो दांतों को सहारा देती हैं। यदि समय पर इसका उपचार नहीं किया गया तो इसके कारण जीवन को खतरा हो सकता है।
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