Wednesday, August 16, 2017

त्वचा कैंसर,Melanoma Symptoms In Hindi,

 

त्वचा कैंसर तब होता है जब त्वचा की असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित ढंग से विकसित होने लगती हैं त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है। यह दो प्रमुख परतों से बनी है: बाह्य त्वचा या बाहरी परत, और आंतरिक त्वचा या अंदरूनी परत मेलेनोमा एक ऐसा कैंसर है जो मेलोनोसाईट्स में होता है और जो त्वचा के रंग का निर्माण करता है, इसे मिलेनिन के नाम से जानते हैं। मिलेनिन सूर्य की खतरनाक प्रभाव से त्वचा की गहराई से रक्षा करता है। शुरुआती अवस्था में पता चलने पर मेलेनोमा का ईलाज संभव है। मेलेनोमा त्वचा कैंसर एक गंभीर स्किन कैंसर है जो अन्य त्वचा कैंसर की अपेक्षा काफी खतरनाक होता है

त्वचा कैंसर के प्रकार,Types of skin cancer

त्वचा कैंसर, त्वचा की मिलानोसाइट्स नामक कोशिकाओं का कैंसर है। ये कोशिकाएं त्वचा को उसका रंग प्रदान करती है त्वचा कैंसर, त्वचा (cutaneous melanoma), श्लेष्मा झिल्ली (mucous membranes) पर (जैसे होंठ) या आँख में (अंतः नेत्र (intra-ocular) या नेत्र (ocular) त्वचा कैंसर) विकसित हो सकता है
  • बेसल सेल कार्सिनोमा-यह कैंसर सबसे आम होता है। यह त्वचा की निचली परत की मूल कोशिकाओं में धीरे-धीरे बढ़ता है और शरीर के अन्य भागों में फैलता है। शुरुआती लक्षण मिलते ही इसका इलाज कराना जरुरी है। यह शरीर के उस भागों में होता है जहां सूर्य की पराबैंगनी किरणें सीधे पड़ती है जैसे चेहरा, कान, खोपड़ी।
  • सैक्वमस सेल कार्सिनोमा-यह स्किन कैंसर त्वचा की ऊपरी परत को प्रभावित करता है। ज्यादातर मामलों में सैक्वमस सेल कार्सिनोमा सूर्य की पराबैंगनी किरणों के संपर्क में आने से होता है। ये आम तौर पर उन लोगों में पाया जाता है जो लोग ज्यादा समय धूप में बिताते हैं, खासकर उजली और नीली आंखों वाले लोग।
  • मेलानोमा-यह सबसे घातक होता है। इस कैंसर में गले में सूजन या खुजली महसूस कर सकते हैं, यह शरीर पर कहीं भी हो सकता है। इसमें तेजी से घाव बढ़ जाते हैं जो अक्सर कई रंगों जैसे काले और गुलाबी रंग के होते हैं। जब मेलेनोमा का उपचार नहीं किया जाता, तो यह त्वचा के अलावा शरीर के अन्य भागों में भी फैलने लगता है, जिससे हालत बहुत गंभीर हो जाती है।

त्वचा कैंसर के लक्षण ,Skin cancer symptoms,

  • मौजूदा मस्से के आकार, आकृति या रंग में परिवर्तन 
  • अनियमित किनारों या सीमाओं वाले मस्से का विकसित होना 
  • एक से अधिक रंग वाले मस्से का विकास 
  • खुजली वाला मस्सा 
  • शरीर में गांठ का होना या उसकी संख्या की बढ़त होना।
  • किसी प्रकार का घाव निर्मित होना व ठीक होने पर पुनः तकलीफ देना।
  • गांठ जो मुख्यतः गुलाबी या हल्के तौर पर बाहर की ओर उभरी हो।
  • शरीर मे मोम जैसे धब्बा का निर्माण होना।टेड) त्वचा में परिवर्तन
एक नया मस्सा जो किसी मौजूदा मस्से के निकट विकसित होता है – यह अनुचर मस्सा (satellite mole) कहलाता है न सिर्फ त्वचा कैंसर बल्कि ऐसी अनेक स्थितियाँ हो सकती हैं जिनके कारण ये लक्षण हो सकते हैं। यदि आपको इनमें से किसी एक लक्षण का अनुभव हुआ है, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप डॉक्टर के साथ इसकी चर्चा करें।

त्वचा कैंसर के कारण ,reason

खतरे का एक कारण, ऐसा कोई भी कारण होता है जो स्वास्थ्य संबंधी किसी विशेष स्थिति (बीमारी) जैसे कि त्वचा कैंसर के होने की अधिक संभावना से जुड़ा हुआ होता है। खतरे के कारण विभिन्न प्रकार के होते हें, इनमें से कुछ में सुधार या परिवर्तन लाया जा सकता है कुछ में नहीं।

इस पर ध्यान देना चाहिए कि खतरे के एक या अधिक कारण होने का अर्थ यह नहीं कि व्यक्ति को त्वचा कैंसर हो जाएगा। अनेक लोगों में खतरे का कम से कम एक कारण होता है लेकिन उन्हें कभी त्वचा कैंसर नहीं होता, जबकि हो सकता है कि त्वचा कैंसर से पीड़ित अन्य लोगों में खतरे का कोई भी ज्ञात कारण नहीं रहा हो। बावजूद इसके कि त्वचा कैंसर से पीड़ित किसी व्यक्ति में खतरे का कोई कारण हो, यह जानना सामान्यतः मुश्किल होता है कि उस खतरे के कारण ने उनकी बीमारी के विकास में कितना योगदान दिया।
यद्यपि त्वचा कैंसर के कारणों को अच्छी तरह नहीं समझा जा सका है, बीमारी विकसित होने के जोख़िम से संबद्ध अनेक कारण हैं। इन कारणों में निम्न शामिल है:
  • मेलानोमा या त्वचा कैंसर का इतिहास
  • Freckles के साथ हल्की त्वचा;
  • सुरक्षात्मक कपड़े या सनस्क्रीन बिना सूरज को अत्यधिक जोखिम;
  • धूपघड़ी के लगातार उपयोग;
  • आर्सेनिक के संपर्क में, औद्योगिक रेजिन, कोयला, आयल तेलों और कुछ (ploskokletochnыy कैंसर);
  • प्रकाश के साथ सोरायसिस का उपचार, विशेष रूप से PUVA;
  • जीर्ण, घाव nonhealing (ploskokletochnыy कैंसर);
  • कुछ आनुवंशिक रोगों, इस तरह के बेसल सेल नेवस या Xeroderma pigmentosum के रूप में.
  • त्वचा (मिलेनोसाइटिक नैवी) पर कई छोटे या बड़े मस्से (नैवी नामक) होना
  • गोरा रंग होना, जिसमें हल्के रंग का, सुनहरा या लाल, बाल तथा हल्के रंगों की आँखें और/या गोरी त्वचा जिस पर आसानी से चकत्ते बन जाए
  • सूर्य और सनबेड जैसे पराबैंगनी (अल्ट्रावायलेट) विकिरणों के स्रोतों का एक्सपोज़र
  • त्वचा कैंसर का पारिवारिक इतिहास होना

त्वचा कैंसर से बचाव,Skin Cancer Prevention,

  • सूरज की तेज किरणों से बचना चाहिए यह शरीर के भीतर जाकर त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ा सकती है।धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करें जो हमारी त्वचा को कई रोगों से राहत दिलवाने में मदद करता है।
  • चिकित्सकों का कहना है कि टैटू बनवाने से भी त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।इसलिए त्वचा पर टैटू न बनवाए।
  • अपने भोजन में भी बदलाव लाकर हम त्वचा कैंसर के खतरे को कम कर सकते है।अपने भोजन में विटामिन डी की मात्रा शामिल करें जिससे त्वचा कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।यह हमारे शरीर में मौजूद हडि्डयों को मजबूत बनाता है और सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों से भी त्वचा की रक्षा करता है।
  • शरीर पर तेल की मालिश करने से भी त्वचा कैंसर का खतरा कम हो सकता है।जिस तेल में एसपीएफ की मात्रा होती है उसी तेल से शरीर पर मालिश करें।मालिश करने के लिए बादाम का तेल, नारियल का तेल इस्तेमाल कर सकते है।यह तेल हमारी त्वचा का सूरज की तेज किरणों से भी बचाव करते है और त्वचा कैंसर के खतरे को कम करते है।
  • अपने भोजन में फल शामिल करके भी हम त्वचा कैंसर के खतरे से बचाव कर सकते है।अंगूर का सेवन करके भी स्किन कैंसर का खतरा कम हो जाता है।

त्वचा कैंसर की पहचान 

त्वचा कैंसर के लक्ष्णों की पड़ताल करने और पहचान की पुष्टि के लिए अनेक परीक्षण (जाँच) किए जाएँगे। कुछ आम परीक्षणों में निम्न शामिल हैं:
मस्से, जन्मचिन्ह और अन्य त्वचा रंजकता (पिग्मेंटेशन) देखने के लिए त्वचा की जाँच, जिसमें निम्न शामिल हो सकते हैं
  • डर्मोस्कोपी – हस्त आवर्धक उपकरण के द्वारा त्वचा को देखना
  • आनुक्रमिक डिजीटल इमेजिंग (sequential digital imaging) – परिवर्तन का पता लगाने के लिए एक समयावधि के दौरान मस्से की छवियाँ लेना शामिल है
  • माइक्रोस्कोप के द्वारा जाँच के लिए मस्से या त्वचा के असामान्य क्षेत्र को निकालना (बायोप्सी या उच्छेदन

उपचार विकल्प,Treatment Options,

कैंसर से पीड़ित लोगों के उपचार और देखभाल आमतौर पर बहु-विषयक टीम के नाम से जानी जाने वाली स्वास्थ्य पेशेवरों की एक टीम, द्वारा की जाती है।  त्वचा कैंसर का उपचार बीमारी के चरण, लक्षणों की गंभीरता और व्यक्ति के सामान्य स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। आमतौर पर उपचार में मेलानोमा निकालने हेतु सर्जरी शामिल होती है। कभी-कभी रेडियोथेरेपी और/या कीमोथेरेपी का भी उपयोग किया जा सकता है।
विभिन्न प्रकार के कैंसरों की पहचान और उपचार के नए तरीकों को खोजने के लिए शोध कार्य जारी है। त्वचा कैंसर के इलाज के नए तरीकों को जाँचने के लिए कुछ लोगों को चिकित्सकीय जाँच में भागीदारी का प्रस्ताव दिया जा सकता है।

त्वचा कैंसर के लिए लेजर थेरेपी

लेजर थेरेपी प्रकाश की एक संकीर्ण बीम का उपयोग करता है, अनुमति देता है जो आप हटाने या कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए. इस विधि कभी कभी कैंसर के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो त्वचा की बाहरी परत पर विकसित.

विकिरण चिकित्सा (रेडियोथेरेपी) त्वचा कैंसर

विकिरण चिकित्सा यह विकिरण उत्सर्जन का उपयोग करता है, कैंसर कोशिकाओं को मारने और ट्यूमर हटना करने के लिए.

त्वचा के कैंसर के लिए कीमोथेरेपी

त्वचा कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी एक क्रीम या लोशन के रूप में दवाओं का इस्तेमाल शामिल, कैंसर की कोशिकाओं को मारने के लिए. इस विधि precancerous घावों और त्वचा की सतह के कैंसर के इलाज में सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया गया है. त्वचा कैंसर के कीमोथेरेपी के लिए सबसे आम दवाओं 5 fluorouracil हैं (5-फू) या Imiquimod.

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