सुबह के वक्त की सैर सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। लेकिन अगर सुबह की सैर आप हरियाली यानी हरी घासों पर करें और वह भी नंगे पांव तो उसके बड़े ही फायदे है। नंगे पैर घास पर चलना आपके स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद है। Morning Walk Morning Walk
तन-मन-धन तीनों की सुरक्षा चाहते हैं, तो आपके लिए सुबह शाम चलना बहुत जरूरी है। सुबह-शाम की नियमित सैर करने से आपका शरीर सक्रिय रहता है। शरीर के सक्रिय रहने से मूड अच्छा रहता है।
मूड अच्छा रहने से बीमारियों की गिरफ्त में आने की आशंका कम होती है
तन-मन-धन तीनों की सुरक्षा चाहते हैं, तो आपके लिए सुबह शाम चलना बहुत जरूरी है। सुबह-शाम की नियमित सैर करने से आपका शरीर सक्रिय रहता है। शरीर के सक्रिय रहने से मूड अच्छा रहता है।
मूड अच्छा रहने से बीमारियों की गिरफ्त में आने की आशंका कम होती है
- तनाव होता है कम-आप जितनी देर और जितना ज्यादा हरियाली के बीच रहेंगे, उतने ही स्वस्थ और तनाव रहित रहेंगे। घास पर नंगे पांव चलने से धीरे-धीरे मांसपेशियों का खिंचाव कम होता है और तनाव रहित बनाता है। साथ ही ग्रीन थैरेपी से मस्तिष्क की शक्ति भी बढ़ती है।
- मधुमेह में लाभ-मधुमेह रोगियों के लिए हरी घास पर चलना और बैठना बहुत अच्छा माना जाता है। मधुमेह रोगी यदि हरियाली के बीच रह कर नियमित गहरी सांस लेते हुए टहलें तो शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति होने से समस्या से मुक्ति पाई जा सकती है।
- विटामिन डी की प्राप्ति- कुछ समय से आस्टीओआर्थ्राइटस जैसी हड्डियों से जुड़ी समस्याओं से पीड़ितों की संख्या में इजाफा हुआ है । डॉक्टर इसकी वजह लोगों की धूप में न जाने की आदतों को बताते हैं। क्योंकि सुबह जब हम धूप में चलते हैं तो सूर्य की किरणों से विटामिन डी प्राप्त होता है। जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं और कई बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो यह विटामिन आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है।
- छींक, एलर्जी का इलाज-ग्रीन थैरेपी का मुख्य हिस्सा है -हरी-भरी घास पर नंगे पैर चलना या बैठना। सुबह-सुबह ओस में भीगी घास पर चलना बहुत बेहतर माना जाता है जो पांवों के नीचे की कोमल कोशिकाओं से जुड़ी तंत्रिकाओं द्वारा मस्तिष्क तक राहत पहुंचाता है। घास पर कुछ देर तक बैठने, चलने से एलर्जी और छींक से भी मुक्ति पाई जा सकती है।
- आंखों की रोशनी-सुबह-सुबह ओस में भीगी घास पर चलने से आंखों की रोशनी भी तेज होती हैं। कुछ दिन नंगे पैर हरी घास पर चलने से आपका चश्मा उतर सकता है या फिर चश्मे का नंबर कम हो सकता है। ओस युक्त दूब घास हमारे लिए एक्यूप्रेशर का काम करती है। वैसे आंख की रोशनी बढ़ाने के लिए विटामिन-ए की जरूरत होती है। यह पपीते में सर्वाधिक होता है। घास पर चलने से हमारे शरीर में मौजूद विटामिन-ए सजग हो जाते हैं। ओस युक्त घास पर चलने से शरीर में इंडार्फिंस फैलते हैं जो खुशी, ताजगी और प्रसन्नता को कायम रखने में सहयोग देते हैं Morning Walk
- नींद अच्छी आती है-पुरातन समय में माना जाता था कि घास पर नंगे पैरा चलने से अनिद्रा की बीमारी को दूर किया जा सकता है। वे मानते थे कि अगर शाम को नंगे पांव घास पर चला जाए, तो रात को चैन की नींद आती है। आज भी इस बात पर विश्वास किया जाता है।
- पांवों के लिए लाभदायक- हरी घास पर चलना आपके पैरों के लिए भी एक एक्सरसाइज है। इससे आपकी मांसपेशियों, टखने आदि को आराम मिलता है। साथ ही यह घुटने के दर्द, पीठ के दर्द से भी आराम दिलाता है। साथ ही यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हैं जो कि फ्लेट फीट वाले होते हैं
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