NOTE-किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें
क्र. | नाम | उपयोग | खुराक | कितने दिनों तक |
1 | आंनद - भैरव रस | तीन दोषों को शांत करता है, दस्त रोकता है | १ गोली | २ दिन |
2 | आरोग्य - वर्धिनी | पाचक, भूख बढ़ाने वाला, लिवर का टॉनिक | २५० मि.ग्रा. की २ गोली | १-२ हफ्ते २ दिन |
३ | आर्शोघन वटी | बवासीर | २ गोली | २ दिन; २ हफ्ते |
४ | आविपात्तिकर चूर्ण | अम्लता | ०.५ ग्राम | २ दिन ; जैसी ज़रूरत हो |
५ | आमला चूर्ण वटी | अम्लता, भूख बढ़ाने के लिए, पाचक | ०.५ ग्राम | २ दिन |
६ | अर्जुन वटी | दिल को मजबूत करने के लिए | ०.५ ग्राम | २ दिन |
७ | बला तेल | योनिशोथ में लगाने के लिए और मालिश के लिए | ||
८ | बाल - चतुर - भद्र | बच्चों में खॉंसी, जुकाम, बुखार | ०.५ ग्राम | २ दिन |
९ | गंधर्व हरितकी चूर्ण | विरेचक | ०.५ ग्राम सोने से पहले | |
१० | चंद्र प्रभा वटी | |||
११ | डाबुराहर लेप | त्वचा पर फंफूद की छूत के लिए | ||
१२ | एकांगा - वीर | वात की बीमारियों के लिए | १ गोली | २ दिन |
१३ | गैरिक घी | मुँह में छालों के लिए | छालों पर लगाएं | |
१४ | गंधर्व - हरितकी | विरेचक | ०.५ ग्राम सोने से पहले | |
१५ | हींगुआ - आष्टक चूर्ण | प्रति आध्मान, पाचक | ०.५ ग्राम खाना खाते समय | |
१६ | इरिमेदादी थैला | दांत के दर्द और मुँह में छालों के लिए | छालों पर लगाएं | |
१७ | कांचनार गुगुल | सूजन और ग्रंथी में उपयोगी | ०.५ ग्राम | २ दिन |
१८ | खादिरादी वटी | मुँह में छाले होने पर | १ गोली | दिन (चबाएं) |
१९ | कृमि कुठार | कीड़े मार देता है | ||
२० | कुमारी आसव | पाचक और लिवर का टॉनिक | १० से २० मिली लीटर | २ दिन |
२१ | कुरंज -घन वटी / अरिष्ठा / आवलेहा | पेचिश | १ गोली | २ दिन |
१० से २० मिली लीटर | २ दिन | |||
२२ | लवणभास्कर चूर्ण | आधमान, अपचन | ०.५ ग्राम | २ दिन |
२३ | लवंगादी वटी | खॉंसी और जुकाम | १ गोली | २ दिन |
२४ | महा - मरिचयादी थैला | पामा, शीतपित्त या पित्त | बाह्य उपयोग के लिए | |
२५ | महा - योगाराज गुगुल | जोड़ों के दर्द और गठिया के लिए | २ गोली | |
२६ | नागकेशर वटी | खून बहने की प्रवृति | ०.५ ग्राम | २ दिन |
२७ | नवायास चूर्ण | अनीमिया | ०.५ ग्राम | २ दिन |
२८ | परवल भस्म | अम्लता | १२५ मिलीग्राम | २ दिन |
२९ | पुनर्नवा - मंडूर / पुनर्नवा - आसव | प्रतिशोथ, खून का टॉनिक, द्रवीय एडीमा | १ गोली | २ दिन |
३० | राला मल्हम | तलवों के फटने पर | ||
३१ | सहाचर थैला | वात बीमारियों के लिए | लगाएं | |
३२ | राज: - प्रवर्तीनी | कृच्छार्तव | १ गोली | २ दिन |
३३ | संशमनी वटी | चिरकारी बुखार | २ गोली | २ दिन |
३४ | स्वास - कुठार | दमा, खासकर कफ वाला | ०.५ ग्राम | २ दिन |
३५ | सुधा गुगुल वटी | जोड़ों के दर्द, वात बीमारियों के लिए | २ गोली | २ दिन |
३६ | सुदर्शन घन वटी | मलेरिया और अन्य बुखार | २ गोली | २ दिन |
३७ | सूथ शेखर | अम्लता, पेट में जलन | १ गोली | २ दिन |
३८ | तिक्तक घी | पेट साफ करने के लिए और त्वचा के रोगों के लिए | १ चम्मच | २ दिन |
३९ | त्रिभुवन - कीर्ति | बुखार, जुकाम | १ गोली | २ दिन |
४० | त्रिकटू चूर्ण खॉंसी और जुकाम | खॉंसी, जुकाम | १ गोली | २ दिन |
४१ | वसा आवालेहा | खॉंसी की तकलीफ | ५ ग्राम | २ दिन |
४२ | विडंगारिष्ट | कीड़ों के लिए | १० मिली लीटर | २ दिन |
४३ | वोमिताब | मिचली और उल्टी | १ गोली | २ दिन |
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