आजकल के समय में कोई भी बैड-कोलेस्ट्रॉल नामक शब्द से अनजान नहीं है। बैड कोलेस्ट्रॉल का मतलब है एलडीएल यानि लो डेंसिटी लिपो प्रोटीन। ये व्यक्ति के दिल में पाया जाने वाला एक ऐसा चिपचिपा पदार्थ है, जिसकी अधिकता के कारण दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा रहता है।
रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 मिलीग्राम से नीचे रहना चाहिए डेली (खून की एक लिटर का दशमांश प्रति मिलीग्राम)। यह सीमा रेखा पर उच्च जब यह 200 और 239 एमजी / डीएल के बीच है, और जब यह 240 या इससे अधिक एमजी डीएल के लिए बढ़ जाती है के रूप में इसे उच्च कोलेस्ट्रॉल माना जाता है माना जाता है।
ज्यादातर, एक परीक्षण कहा जाता लिपोप्रोटीन प्रोफाइल के कुल कोलेस्ट्रॉल, एचडीएल, एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स (एचडीएल, एलडीएल और वीएलडीएल का योग) के मामले में कोलेस्ट्रॉल के स्तर का परीक्षण करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
ज्यादातर, एक परीक्षण कहा जाता लिपोप्रोटीन प्रोफाइल के कुल कोलेस्ट्रॉल, एचडीएल, एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स (एचडीएल, एलडीएल और वीएलडीएल का योग) के मामले में कोलेस्ट्रॉल के स्तर का परीक्षण करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
कोलेस्ट्रोल कम करने के उपायकोलेस्टरोल नियंत्रित और कम करने के लिये निम्न उपाय करना उचित है
कोलेस्ट्रोल कम करने के उपाय,Cholesterol Control Home Remedies in Hindi,
- एप्पल साइडर सिरका अपने कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम मदद मिलती है। इसके अलावा, यह एसिड भाटा, उच्च रक्तचाप, गठिया, ऊपरी श्वसन संक्रमण, और अन्य लोगों सहित रोगों के एक नंबर के लिए एक महान घर उपाय है।
- पर्याप्त रेशे वाली खाद्य वस्तुएं दैनिक भोजन में शामिल करें।हरी पत्तेदार सब्जियों में प्रचुर रेशा होता है। इनका ज्युस भी लाभदायक है। सब्जियों में कोलेस्टरोल नहीं होता है।
- लहसुन भी कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद करता है।
- जिन लोगों के रक्त में केलोस्ट्रोल कि मात्रा अधिक होती है उन्हें प्रतिदिन कम से कम 8 -10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए|
- सभी तरह के फ़ल खाएं। कोलेस्टरोल घटाने में इनका विशेष महत्व है।
- साबुत अनाज,भूरे चावल जई,सोयाबीन का उपयोग करना लाभप्रद है। सोयाबीन में उच्चकोटि का प्रोटीन होता है।। आलू और चावल में कोलेस्टरोल और सोडियम नहीं होते हैं और कोलेस्टरोल नियंत्रण के लिये इनके उपयोग की अनदेखी नहीं करना चाहिये।
- टमाटर ,गाजर,सेवफ़ल,नारंगी,पपीता आदि फ़ल खूब खाएं।
- एक अनुसंधान में यह तथ्य सामने आया है कि काली और हरी चाय का उपयोग कोलेस्टरोल नियंत्रण का सशक्त उपाय है। ज्यादा चाय पीने वालों को हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है। लेकिन यह चाय दूध और शकर रहित होनी चाहिये।
- तेल और वनस्पति घी में तली वस्तुएं खाने से खराब कोलेस्टरोल तेजी से बढता है। इनसे बचें।सब्जी, दाल का स्वाद मसालों से बढाएं। तेल,घी न्युनतम व्यवहार करें। कचोरी समोसे तो कभी न खाएं। लेकिन इस जगह यह लिखना भी जरूरी है कि जेतुन का तेल कोलेस्टरोल कम करता है। मंहगा जरूर है पर बहुत ज्यादा फ़ायदेमंद भी है।
- मांस खाने से खराब कोलेस्टरोल बढता है। यह हृदय रोग उत्पन्न करता है।
- लहसुन का प्रयोग कोलेस्टरोल घटाता है। सुबह ३-४ लहसुन की कली कच्ची चबाकर खाएं। इसमें खून को पतला करने के तत्व हैं जो खून मे थक्का जमने से बचाव करते हैं। भोजन में भी पर्याप्त लहसुन का प्रयोग करें।
- कच्चा प्याज ,बादाम, अखरोट,खारक का समुचित उपयोग उत्तम है। इनमें उच्चकोटि की वसा पायी जाती है।
- शकर से कोलेस्टरोल की वृद्धि होती है। अत: न्युनतम उपयोग करें।
- मछली का तेल खराब कोलेस्टरोल को नियंत्रित करता है। काड लिवर आईल भी उत्तम है।
- नियमित रुप से व्यायाम( घूमने,सीढी चढने) करने से कोलेस्टरोल नियंत्रण में रहता है।
- योगासन और प्राणायाम कोलेस्टरोल घटाने मे आशातीत लाभप्रद परिणाम प्रस्तुत करते हैं।
- एलोपैथी के चिकित्सक कोलेस्टरोल कम करने के लिये स्टेटिन दवा का व्यवहार करते हैं।
- आयुर्वेदिक वैध्य अर्जुन की छाल का काढा,त्रिफ़ला,पुनर्नवा मंडूर ,आरोग्यवर्धिनी वटी तथा चन्द्रप्रभा वटी का उपयोग करते हैं।
- कोलेस्टरोल कम करने के लिये जीवनशैली में बदलाव बेहद जरूरी है। मोटापा कम करने से भी कोलेस्टरोल नियंत्रण में मदद मिलती है। आलसी जीवन से कोलेस्टरोल बढता है।
- ग्रीन टी भी कोलेस्ट्रोल को कम करती है इसलिए हमें दूध की चाय के बजाय ग्रीन टी पीनी चाहिए।
पानी में धनिया के सूखे बीज उबालकर प्रतिदिन पीने से भी रक्त में केलोस्ट्रोल कि मात्रा कम होती है| - रोजाना व्यायाम करने से भी केलोस्ट्रोल कम होता है|
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