Friday, May 20, 2016

जामुन खाने के फायदे,Health Benefits Of Jamun In Hindi, ( Eugenia Jambolana )

 

प्रकृति की ओर से जामुन एक अनमोल तोहफा है । जामुन मीठा होता है लेकिन यह होता है स्वास्थय के लिए बेहद फायदेमंद । इसका नियमित सेवन करें तो आप अपने स्मरण शक्ति में इजाफा होता पायेंगें । जामुन स्वादिष्ट होने के साथ साथ अनेक रोगों की अचूक दवा भी है

Health benefits of Eugenia jambolana

  • जामुन के रस का नियमित रूप से उपयोग आपकी स्मरण शक्ति बढ़ाता है ।
  • मधुमेही के रोगीयों के लिए जामुन के बीज का चूर्ण सर्वोत्तम है | 
  • वायु प्रकृति वाले जामुन के ऊपर नमक, जीरा पावडर और संतकृपा चूर्ण लगागे जामुन खाये |
  • मधुमेह के रोगी को नित्य जामुन खाने चाहिए | अच्छे पक्के जामुन सुखाकर बारीक कूटकर बनाया गया चूर्ण प्रतिदिन १ - १ चम्मच सुबह–शाम पानी के साथ सेवन करने से मधुमेह में लाभ होता है 
  • प्रदर रोग कुछ दिनों तक वृक्ष की छाल के काढ़े में शहद अर्थात मधु मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से स्त्रीयों में प्रदर रोग मिट जाता है |
  • जामुन के बीज को पानी में घिसकर मुँह पर लगाने पर मुहाँसे मिटते है |
  • जामुन की गुठलीयों को पीसकर शहद में मिलाकर गोलियाँ बना ले| २ - २ गोली नित्य चार बार चुसो| इससे बैठा गला खुल जाता है, आवाज का भारीपन ठीक हो जाता है |
  • जामुन की गुठली का ४ – ५ ग्राम चूर्ण सुबह-शाम पानी के साथ लेने से स्वप्नदोष ठीक होता है |
  • जामुन को मधुमेह के बेहतर उपचार के तौर पर जाना जाता है । डायबिटीज के लिए रामबाण औषधि है जामुन । 
  • पाचन शक्ति मजबूत करने में जामुन काफी लाभकारी होता है । जामुन का सिरका पीने से पेट के रोग ठीक हो जाते हैं ।
  • लीवर से जुड़ी बीमारियों के बचाव में जामुन रामबाण साबित होेता है । जामुन यकृत को शक्ति प्रदान करता है ।
  • अध्ययन दर्शाते हैं कि जामुन में एंटीकैंसर गुण होता है ।
  •  कीमोथेरेपी और रेडिएष्श्न में जामुन लाभकारी होता है ।
  • हृदय रोगों, डायबिटीज, उम्र बढ़ना और आर्थराइटिस में जामुन का उपोग फायदेमंद है ।
  • जामुन का फल मैं खून को साफ करने वाले कई गुण होते हैं एवं एनीमिया (खून की कमी) के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है । जामुन कर रस, शहद और आंवले का रस बराबर मात्रा में मिलाकर एक दो महीने तक नियमित रूप से लेने से शरीर में रक्त की कमी दूर होती है ।
  • जामुन पथरी के रोगियों के लिए लाभदायक सिद्ध हुई है ।
  • जामुन के पेड़ की छाल और पत्तियां रक्तचाप को नियमित करने में कारगर होती है ।
  • जामुन पत्तों की भस्म को मंजन के रूप में उपयोग करने से दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं ।
  • जामुन वायु, कफ और पित्त का नाश करता है ।
  • एक मान्यता के अनुसार जामुन का फल गर्भवती महिलाओं को खिलाने से उनके होने वाले बच्चे के हौंठ सुन्दर होते हैं ।
  • जामुन का रस, शहद, आंवले या गुलाब के फूल का रस बराबर मात्रा में मिलाकर एक दो माह तक प्रतिदिन सुबह के वक्त सेवन करने से रक्त की कमी एवं शरीरिक दुर्बलता दूर होती है । यौन तथा स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है ।
  • जामुन के रस पर शोध जारी है जिसमें विशेष औषधियों का निर्माण किया जा रहा है जिसमें माध्यम से सिर के सफेद बाल आना बंद हो जाऐंगें ।
  • जामुन का रस त्वचा का रंग बनाने वाली रंजक द्रव्य मेलानिन कोशिका को सक्रिय करता है, अतः यह रक्तहीनता तथा ल्यूकोडर्मा की उत्तम औषधि है ।
  • जामुन के कोमल पत्ते, आम के कोमल पत्ते और कैंथ कपास के फल को बराबर मात्रा में मिलाकर पीसें और निचोड़कर रस निकालें । इसमें शहद मिलाकर कान में डालने से कान का बहना रूक जाता है ।

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