Tuesday, May 23, 2017

वायरल बुखार का घरेलू उपचार,Viral Fever Home Remedies in Hindi,वायरल फीवर होम रेमेडीज,

 

मौसम के बदलने के समय वायरल फीवर होता है। जब भी मौसम बदलता है तब तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण शरीर का इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर हो जाता है। इस फीवर से बचने और निजात पाने के लिए दवाईयों के अलावा कई घरेलू उपाय हैं, जिससे जल्द राहत मिल जाती है।

वायरल फीवर के लक्षण  

अगर आप इस वायरल बुखार की चपेट में आ गए हैं तो आपको शरीर में ये लक्षण दिखाई देंगे जिसे नजरअंदाज करना आपको गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। फीवर की शुरुआत गले दर्द, थकान, खांसी, बदन दर्द आदि से शुरू होती है।
  • बहुत ज्यादा थकान महसूस होना- वायरल फीवर का सबसे बड़ा लक्षण होता है थकान होना. अगर आपको बहुत ज्यादा थकान हो रही है और बुखार भी है तो समझ जाइए की आप वायरल फीवर की चपेट में आ चुके हैं.
  • शरीर में दर्द होना- अगर थकान के साथ-साथ आपके शरीर का तापमान बढ़ने लगा है तो आप पर वायरल फीवर का असर हो रहा है. आपको अपनी बॉडी में दर्द भी महसूस होगा. ये दर्द आपकी मसल्स में होना शुरू हो जाएगा.
  • शरीर का तापमान बढ़ना- यदि आपके शरीर का तापमान नॉर्मल तापमान से ज्यादा बढ़ रहा है तो ये वायरल फीवर के लक्षण है. ये टेंप्रेचर 104 डिग्री से. तक चला जाए तो ये आपके लिए खतरनाक हो सकता है

Viral Fever Home Remedies in Hindi,वायरल फीवर होम रेमेडीज

सूखे अदरक का मिश्रण- अदरक के अनगिनत स्वास्थ्य संबंधी गुण होते हैं। इसका एन्टी- इन्फ्लैमटोरी और एन्टी-ऑक्सिडेंट गुण बुखार के लक्षणों से राहत दिलाने में सहायता करते हैं। सूखा अदरक, एक छोटा चम्मच हल्दी और एक छोटा चम्मच काली मिर्च का पावडर और थोड़ा-सा चीनी एक कप पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक कि सुखकर आधा न हो जाये। दिन में चार बार इस काढ़े को पीने से बुखार से राहत मिलता है।

हल्दी और सौंठ का पाउडर-अदरक में एंटी आक्सिडेंट गुण बुखार को ठीक करते हैं. एक चम्मच काली मिर्च का चूर्ण, एक छोटी चम्मच हल्दी का चूर्ण और एक चम्मच सौंठ यानी अदरक के पाउडर को एक कप पानी और हल्की सी चीनी डालकर गर्म कर लें. जब यह पानी उबलने के बाद आधा रह जाए तो इसे ठंडा करके पिएं. इससे वायरल फीवर से आराम मिलता है.

तुलसी- तुलसी का एन्टी बायोटीक और एन्टी बैक्टिरीअल गुण वायरल फीवर के लक्षणों से राहत दिलाने में बहुत मदद करते हैं। बीस ताजा तुलसी के पत्तों को एक लीटर पानी में एक चम्मच लौंग पावडर डालकर तब तक उबालें जब तक कि वह सुख कर आधा न हो जाये। उसके बाद उसको छानकर हल्का ठंडा करके दो घंटा के अंतराल में पीयें।

मेथी का जल- मेथी में बहुत सारे औषधिय गुण होते हैं जो वायरल फीवर के कष्टों से राहत दिलाने में सहायता करते हैं। एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच मेथी के दाने रात भर भिगोकर रखें। अगले दिन सुबह इसको छानकर निश्चित अंतराल में इसका सेवन करें। सुबह मेथी के दाने, नींबू का रस और शहद के मिश्रण का सेवन करने से भी कुछ हद तक बुखार से राहत मिलता है।

धनिया चाय- धनिया में फाइटोनूट्रीअन्ट और विटामिन होता है जो प्रतिरक्षी तंत्र को उन्नत करने में बहुत सहायता करता है। धनिया प्राकृतिक तरीके से वायरल फीवर से लड़ने में मदद करता है। एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच धनिया के दाने डालें और उसको थोड़ा उबाल लें। उसके बाद कप में छानकर स्वाद के अनुसार थोड़ा-सा दूध और चीनी डालकर पीने से बुखार से राहत मिलता है।

सोआ का काढ़ा- यह शरीर के प्रतिरक्षी तंत्र को तो उन्नत करता ही है साथ ही बुखार को कम करने में भी सहायता करता है। फल्वेनॉयड और मोनोटर्पीन के गुण होने के कारण यह फीवर से राहत दिलाने में मदद कर पाता है। एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच सोआ के दाने, एक छोटा चम्मच काली मिर्च और एक छोटा चम्मच कलौंजी डालकर दस मिनट तक उबालें। उबालने के बाद एक कप में छान लें और उसमें एक चुटकी दालचीनी का पावडर डालकर अच्छी तरह से मिला लें। काढ़ा को पीने से बुखार से राहत मिलेगी।

राइस स्टार्च- उपचार का यह तरीका बहुत पुराना है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थ को निकालने में बहुत मदद करता है। जिससे प्रतिरक्षी तंत्र को वायरस से लड़ने में शक्ति मिलती है। राइस स्टार्च पौष्टिकता से भरपूर होता है इसलिए इसके सेवन से रोगी को शक्ति मिलती है।

पानी की पट्टियाँ ( Water Straps ) : सिर पर पानी की पट्टियाँ रखने से बुख़ार में आराम मिलता है. हल्के ठंडे पानी में पट्टियाँ डुबोकर निचोड़ लें फिर सिर पर रखें. जल्द ही आपको बुखार से आराम मिलेगा.

वायरल बुखार होने पर क्या खाएं

बुखार होने पर शरीर कमजोर हो जाता है ऐसे में खाना पीना ना छोड़े। हैल्दी डाइट हैं ताकि आपको वायरस से लड़ने की ताक्त मिलें।
  • बुखार से पीड़ित हैं तो खूब सारा पानी पीएं। इससे सफेद रक्त कोशिकाएं ज्यादा अच्छे से काम करती हैं और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।
  • कच्चे खाद्य पदार्थों की बजाए पक्का भोजन खाएं। कच्चा भोजन पचाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। उबली सब्जियों का सूप पीएं। हरे पत्तेदार सब्जियां ज्यादा खाएं। टमाटर, आलू और संतरा खाएं। इसमें विटामिन ‘सी’ भरपूर मात्रा में पाया जाता है। दही भी खाएं।
  • केला, अमरूद और सेब का रस पीने से बुखार जल्दी उतर जाता हैं।
  • बार-बार बुखार आ रहा है तो नींबू, संतरा, अंगूर और नारंगी के जूस को आधा कप पानी में मिलाकर बिना शक्कर या बर्फ के, पीने से आपको आराम मिलता है।

वायरल बुखार होने पर क्या क्या ना खाएं

  • बुखार के दौरान दूध या उससे बने पदार्थों का सेवन ना करें।
  • मीट ना खाएं।
  • कार्बोनेटेड पेय पदार्थ, चाय, कॉफी ना पीएं।
  • शराब, धूम्रपान, और तंबाकू जैसी चीजों का सेवन ना करें।
  • ठंडे और तरल पेय पदार्थों का सेवन न करें।
वायरल फीवर में ज्यादा से ज्यादा आराम करें और दिमाग पर बिलकुल जोर ना लगाएं क्योंकि ऐसा करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होगी और वायरल ज्यादा दिनों तक रह सकता है।

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