नवरात्रों में खाया जाने वाला साबूदाना सफेद मोतियों की तरह होता है। इसको खिचड़ी या खीर दोनों तरह से बनाया जा सकता है। यह खाने में बहुत ही हल्का और स्वादिष्ट होता है। व्रत के अलावा भी इसको खाया जा सकता है। इससे सेहत को काफी फायदा होता है। यह शरीर में गर्मी को दूर करता है और ब्लड प्रैशर को कंट्रोल रखता है। इसके अलावा साबूदाना और भी कई गुणों से भरपूर है।
भारत में व्रत-उपवास के समय अधिकतर लोग साबूदाना खिचड़ी जरूर खाते हैं। सामान्य दिनों में भी साबूदाना खिचड़ी खूब पसंद की जाती है। साबूदाना छोटे-छोटे सफेद गोल दाने जैसे होते हैं। ये पकने के बाद अपारदर्शी से हल्का पारदर्शी, नर्म और स्पंजी हो जाता है। साबूदाने का उपयोग पापड़, खीर और खिचड़ी बनाने में होता है। सूप और अन्य चीजों को गाढ़ा करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। यहां जानिए साबूदाना से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो अधिकतर लोग जानते नहीं हैं...
भारत में व्रत-उपवास के समय अधिकतर लोग साबूदाना खिचड़ी जरूर खाते हैं। सामान्य दिनों में भी साबूदाना खिचड़ी खूब पसंद की जाती है। साबूदाना छोटे-छोटे सफेद गोल दाने जैसे होते हैं। ये पकने के बाद अपारदर्शी से हल्का पारदर्शी, नर्म और स्पंजी हो जाता है। साबूदाने का उपयोग पापड़, खीर और खिचड़ी बनाने में होता है। सूप और अन्य चीजों को गाढ़ा करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। यहां जानिए साबूदाना से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो अधिकतर लोग जानते नहीं हैं...
साबूदाना के फायदे-Benefits of Sabudana (sago) In Hindi,
माना जाता है कि भारत में साबूदाने का उत्पादन सबसे पहले तमिलनाड़ू के सेलम में हुआ था। प्रारंभ में इसका उत्पादन एक कुटीर उद्योग के रूप में हुआ था। टैपियाका नामक पौधे की जड़ों को मसल कर उससे दूध निकाला जाता है, इसके बाद दूध छानकर उसे जमने देते है। फिर उसकी छोटी छोटी गोलियां बनाकर सेंक लेते हैं।
टैपियाका का उत्पादन भारत में काफी होता है। सेलम इसका मुख्य केंद्र है। साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट की प्रमुखता होती है और इसमें कुछ मात्रा में कैल्शियम व विटामिन सी भी होता है।
टैपियाका का उत्पादन भारत में काफी होता है। सेलम इसका मुख्य केंद्र है। साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट की प्रमुखता होती है और इसमें कुछ मात्रा में कैल्शियम व विटामिन सी भी होता है।
- नियमित रूप से साबूदाना खाते रहने से वजन तेजी से बढ़ सकता है।
- साबूदाना में मौजूद तत्वों से ब्लड सर्कुलेशन में लाभ मिलता है।
- साबूदाना में फायबर के गुण होते हैं। जो कि हमारे पाचन को लाभ पहुंचाता है।
- साबूदाना प्रोटीन की पूर्ति के लिए भी बहुत अच्छा स्रोत है।
- साबूदाना में कैल्शियम भी होता है, जिसकी वजह से हड्डियों को लाभ मिलता है।
- पेट की परेशानी-साबूदाना खाने में काफी हल्का होता है और यह पेट की काफी समस्याएं दूर करता है। इसके सेवन से पेट की पाचन शक्ति ठीक होती है जिससे गैस और अपच जैसी परेशानी से राहत मिलती है।
- गर्मी पर नियंत्रण-व्रत के दिनों में अक्सर शरीर में गर्मी पड़ जाती है। ऐसे में साबूदाने की खिचड़ी बनाकर खाने से गर्मी दूर होती है और यह शरीर को तरोताजा भी करता है।
- ब्लड प्रैशर-साबूदाने में पोटाशियम होता है जो शरीर में रक्त के प्रवाह को ठीक रखता है जिससे ब्लड प्रैशर की समस्या नहीं होती।
- एनर्जी-इसमें काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर को ऊर्जा देता है। व्रत के दिनों में इसको खाने से शरीर की कमजोरी दूर होती है।
- गर्भवस्था-गर्भावस्था के दौरान साबूदाना खाने से गर्भ में पल रहे बच्चे को काफी लाभ होता है। इसमें फोलिक एसिड और विटामिन-बी होता है जो शिशु के लिए बहुत फायदेमंद है।
- मजबूत हड्डियां-इसमें कैल्शियम, आयरन और विटामिन-के भरपूर मात्रा में होता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी होता है। इसके सेवन से मांसपेशियों के दर्द से भी राहत मिलती है।
- वजन -साबूदाना वजन बढ़ाने में भी मदद करता है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है जिस वजह से उनका वजन नहीं बढ़ पाता। ऐसे में साबूदाने की खिचड़ी या खीर खाने से बहुत फायदा होता है।
- थकान-शरीर की थकावट दूर करने के लिए भी काबूदाना काफी फायदेमंद है। इसके सेवन से बॉडी फ्रैश होती है और एनर्जी मिलती है।
- त्वचा-सेहत के साथ यह त्वचा को भी बहुत फायदा देता है। साबूदाने का फेसमास्क बनाकर लगाने से चेहरे की रंगत खिल उठती है और इससे झुर्रियों की समस्या भी दूर होती है।
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