कैंसर के लक्षण,कैंसर के प्रकार,Cancer Symptoms,cancer symptoms and treatment information in hindi,
कैंसर एक घातक बीमारी है। लेकिनजीवनशैली में थोडी सी सावधानी बरती जाये तो इससे दूर भी रहा जा सकता है। अगर कैंसर के लक्षण समय रहते दिखने लगे तो जरूरी उपाय करके इससे बचा जा सकता है। कैंसर अपने पहले स्टेज में है तो आसानी से कीमोथेरेपी, लेजर थेरेपी और रेडियोथेरेपी द्वारा इसका इलाज कराया जा सकता है।कैंसर के प्रकार,Types of Cancer
जैसे- मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पेट का कैंसर, ब्रेन कैंसर आदि। लेकिन अगर इसके लक्षणों का पता नहीं चल पाता है तो आपके लिए कैंसर जानलेवा साबित हो सकता है।
कैंसर के बडे लक्षण,Large signs of cancer
- पेशाब और शौच के समय आने वाला खून।
- खून की कमी जिससे एनीमिया हो जाता है, थकान और कमजोरी महसूस करना, तेज बुखार आना और बुखार का ठीक न होना।
- खांसी के दौरान खून का आना, लंबे समय तक कफ आना, कफ के साथ म्यूकस आना।
- स्तन में गांठ, माहवारी के दौरान अधिक स्राव होना।
- कुछ निगलने में दिक्कत होना, गले में किसी प्रकार का गांठ होना, शरीर के किसी भी भाग में गांठ
- या सूजन होना।
जीभ के कैंसर के लक्षण
जीभ के कैंसर आम तौर पर काफी आंदोलन की जीभ की कमी के लक्षण दिखाने से पहले होते हैं। वे स्पष्ट रूप से परिभाषित कर रहे हैं और आसानी से फैल गया वे सामान्यतः की जीभ के पक्षों पर पाए जाते हैं और leukoplakia नामक whitish पैच के रूप में प्रकट होते हैं। इन घावों आम तौर पर बड़े प्रस्तुति में 2 सेमी से कर रहे हैं। चोट भी करने के लिए एक मोटा साथ greenish-लाल और झबरा सलेटी सतह दिखाई दे सकते हैं।
वहाँ साइट पर या कान में दर्द हो सकता है। जब तक वे आसपास के ढांचे को फैला है कि जीभ के आधार पर पाए जाते हैं वे आमतौर पर चुप हैं। जीभ के कैंसर आमतौर पर Squamous सेल कैंसर के प्रकार के हैं।
वहाँ साइट पर या कान में दर्द हो सकता है। जब तक वे आसपास के ढांचे को फैला है कि जीभ के आधार पर पाए जाते हैं वे आमतौर पर चुप हैं। जीभ के कैंसर आमतौर पर Squamous सेल कैंसर के प्रकार के हैं।
Tonsillar कैंसर के लक्षण
Tonsillar के कैंसर भी कर रहे हैं आमतौर पर कैंसर के प्रकार के Squamous सेल। ये आमतौर पर lymphomas कर रहे हैं। ये गर्दन पर एक ट्यूमर के रूप में उपस्थित कर सकते हैं। वहाँ कान और कुछ गले में अटक की भावनाओं को खत्म की तरह गले में खराश, दर्द लक्षण हैं। वहाँ रक्तस्राव हो सकते हैं।
Buccal mucous कैंसर के लक्षण
गाल के अंदर की mucosal अस्तर के कैंसर, या buccal mucosal कैंसर, शुरू में आम तौर पर दर्द रहित होती है। जब यह ulcerated हो जाता है और आगे संक्रमित यह दर्दनाक बन जाता है। खून बह रहा है और चबाने में कठिनाई हो सकती है। वृद्धि अक्सर देखा जाता है।
स्तन कैंसर के लक्षण,Breast Cancer Signs
स्तन कैंसर-अधिक प्रसव व शिशु को स्तनपान न कराने से स्तन कैंसर होता है। डिंबग्रंथि (ओवरी) से
उत्सर्जित हार्मोन भी इसको पैदा करते हैं।
गर्भाशय का कैंसर के लक्षण,Symptoms of cervical cancer
गर्भाशय का कैंसर छोटी उम्र में विवाह,अधिक प्रसव, संसर्ग के दौरान रोग, प्रसव के दौरान गर्भाशय में
किसी प्रकार का घाव होना और वह ठीक होने से पहले गर्भधारण हो जाए तो 40 की उम्र के बाद गर्भाशय का कैंसर होने का खतरा रहता है। मीनोपॉज के बाद रक्तस्राव होना, और दुर्गंध आना, पैरों व कमर में दर्द रहना इसके लक्षण हैं।
रक्त कैंसर के लक्षण,Blood Cancer Symptoms
रक्त कैंसर (ल्यूकेमिआ) एक्सरे और विकिरण प्रणाली से किरणें यदि शरीर के अन्दर प्रवेश कर जाएं
तो अस्थियों को प्रभावित करती हैं, जिससे उसके अन्दर खून के सेल्स भी प्रभावित होते हैं। मुख से खून निकलना, जोड़ों व हडि्डयों में दर्द, बुखारा का लगातार कई दिनों तक बना रहना, डायरिया होना, प्लीहा व लसिका ग्रंथियों के आकार में वृद्धि होना, सांस लेने में दिक्कत होना इसके प्रमुख लक्षण हैं।
मुख कैंसर के लक्षण,Symptoms of oral cancer
मुख का कैंसर तंबाकू सेवन मुख व गले के कैंसर का मुख्य कारण है। मुख के भीतर कोई गांठ, घाव या पित्त बन जाना, मुंह में सफेद दाग, लार टपकना, बदबू आना, मुंह खोलने, बोलने व निगलने में
दिक्कत होना इसके लक्षण हैं।
लंग कैंसर के लक्षण,Lung Cancer Symptoms,what is lung cancer,lung cancer
लंग कैंसर :हल्की निरंतर खांसी आना, खांसी के साथ खून आना, आवाज में बदलाव आना, सांस लेने में दिक्कत होना इसके लक्षण हैं।आमाशय कैंसर के लक्षण,Stomach cancer symptoms
आमाशय का कैंसर पेट में दर्द, भूख बहुत कम आना, कभी-कभी खून की उल्टी होना, खून की कमी। पतले दस्त, शौच के समय केवल खून निकलना, आंतों में गांठ की वजह से शौच न होना इसके प्रमुख
लक्षण हैं।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण,Cervical cancer symptoms
सर्वाइकल कैंसर इसके फैलने के बाद रक्त-सामान या मलिन योनिक स्राव उत्पन्न करता है जो कि संभोग या असामान्य रक्त स्राव के बाद नजर आता है। सर्वाइकल कैंसर की प्रारंभिक अवस्थाएं पीडा, भूख की कमी, वजन का गिरना और अनीमिया उत्पन्न करती हैं।ब्रेन कैंसर के लक्षण,Brain Cancer Symptoms
ब्रेन कैंसर ब्रेन कैंसर में मस्तिष्क या स्पाइनल कॉर्ड में गांठ होती है जिससे चक्कार आना, उल्टी होना, भूलना, सांस लेने में दिक्कत होना इसके प्रमुख लक्षण हैं।कैंसर और ट्यूमर शरीर के किसी भी भाग में सेल्स का लगातार बढ़ना ट्यूमर होता है ट्यूमर दो तरीके के होते हैं बेनाइन और मैलिग्नेंट: बेनाइन ट्यूमर तबतक नहीं फैलता है जबतक कि यह किसी वाइटल
आर्गन जैसे की दिमाग में ना हो मैलिगनैंट ट्यूमर कैंसर होते हैं मैलिगनैंट ट्यूमर जहां होता है वहां के
आसपास या वहां से दूर भी फैल सकता है जैसे दिमाग में, हड्डियों में ,लिवर या फेफड़ों में ा कैंसर चाहे
किसी भी प्रकार का हो वो जानलेवा भी हो सकता है
जैसे सर का या गले का कैंसर कैंसर के लक्षण मुंह का अल्सर गले में लगातार दर्द आवाज़ में बदलाव
cancer symptoms and treatment information in hindi
कैंसर पुरूषों और स्त्रियों दोनों में ही हो सकता है कैंसर होने की अधिक सम्भावना 40 वर्ष से ऊपर के लोगोें में होती है और अकसर सिग्रेट, तम्बाकू या गुटका खाने वालों में होती है कैंसर के लक्षण कैंसर के लक्षण इस बात पर भी निर्भर करते हैं कि कैंसर शरीर के किस भाग में हुआ हैजैसे सर का या गले का कैंसर कैंसर के लक्षण मुंह का अल्सर गले में लगातार दर्द आवाज़ में बदलाव
गले में सूजन निगलने में परेशानी होना कैंसर का पता करने के लिए क्लीनिकल टेस्ट होते हैं
जैसे सी टी स्कैन ,एम आर आई , मैमोग्राफी एक्स रे से भी कैंसर का पता लगााने में मदद मिलती है कैंसर का पता लगाने की एक नयी तकनीक है पीइटी स्कैन कैंसर को कन्फर्म करने के लिए शरीर का वो भाग जो प्रभावित होता है वहां से सूई की मदद से थोड़ा सा टिश्यू लिया जाता है और इस टेस्ट को बायोप्सी कहते हैं
जैसे सी टी स्कैन ,एम आर आई , मैमोग्राफी एक्स रे से भी कैंसर का पता लगााने में मदद मिलती है कैंसर का पता लगाने की एक नयी तकनीक है पीइटी स्कैन कैंसर को कन्फर्म करने के लिए शरीर का वो भाग जो प्रभावित होता है वहां से सूई की मदद से थोड़ा सा टिश्यू लिया जाता है और इस टेस्ट को बायोप्सी कहते हैं
कैंसर का इलाज कैसे करे,How to cure cancer
कैंसर के इलाज को 3 भागों में बांटा गया है ,
1-सर्जरी ,
2-रेडियोथेरेपी
3-कीमोथेरेपी
तरह तरह के ट्यूमर की चिकित्सा के लिए तरह तरह की थेरेपी का प्रयोग होता है सर्जरी ,रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी की मदद से कैंसर ठीक हो सकता है थेरेपी किस प्रकार की होनी चाहिए यह बात कैंसर की स्थिति पर निर्भर करती है.कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका मरीज के सामान्य स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पडता है। इतना ही नहीं, कैंसर के इलाज के चलते मरीज के आहार पर भी बुरा असर पडता है। इलाज पूरी तरह असरदार हो, इसके लिए जरूरी है कि आहार में कुछ सावधानियां बरती जाएं।
1-सर्जरी ,
2-रेडियोथेरेपी
3-कीमोथेरेपी
तरह तरह के ट्यूमर की चिकित्सा के लिए तरह तरह की थेरेपी का प्रयोग होता है सर्जरी ,रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी की मदद से कैंसर ठीक हो सकता है थेरेपी किस प्रकार की होनी चाहिए यह बात कैंसर की स्थिति पर निर्भर करती है.कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका मरीज के सामान्य स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पडता है। इतना ही नहीं, कैंसर के इलाज के चलते मरीज के आहार पर भी बुरा असर पडता है। इलाज पूरी तरह असरदार हो, इसके लिए जरूरी है कि आहार में कुछ सावधानियां बरती जाएं।
कैंसर के रोगियों की डाइट उनके स्वास्थ्य के हिसाब से कैसी होनी चाहिए, आइए जानिये। पोषण की कमी कैंसर कई तरह से मरीज के आहार पर बुरा प्रभाव डालती है। आम तौर पर कैंसर के मरीजों की भूख मिट जाती है।
No comments:
Write comments