लौकी केवल एक सब्जी ही नहीं है बल्कि यह शरीर को रोगरूपी जंजाल से मुक्त करने वाली औषधी भी होती है। बहुत सारे लोग लौकी खाना कम पसंद करते हैं क्योंकि वो इसको स्वादिष्ट नहीं मानते , इसमें 96% पानी और बॉडी के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स जैसे फास्फोरस, विटामिन्स, सोडियम, आयरन और पोटैशियम होता है जो एनीमिया, हार्ट प्रॉब्लम और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाने में मददगार है परन्तु वो इसके वास्तविक फायदों के बारे में नहीं जानते हैं| लौकी का रस बुखार, खाँसी, पेट के रोगों ,हृदय के विकार, गर्भाशय आदि से सम्बंधित रोगों में लाभदायक है
योग गुरु बाबा रामदेव भले ही लौकी के जूस को अन्य सब्जियों के जूस में मिलाकर पीने की सलाह देते हों, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बनी विशेषज्ञ समिति ने ऐसा न करने की हिदायत दी है। उसका यह भी कहना है कि जूस निकालने से पहले लौकी का एक छोटा टुकड़ा काटकर उसे चख लेना चाहिए। अगर वह कड़वा हो तो लौकी का किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
योग गुरु बाबा रामदेव भले ही लौकी के जूस को अन्य सब्जियों के जूस में मिलाकर पीने की सलाह देते हों, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बनी विशेषज्ञ समिति ने ऐसा न करने की हिदायत दी है। उसका यह भी कहना है कि जूस निकालने से पहले लौकी का एक छोटा टुकड़ा काटकर उसे चख लेना चाहिए। अगर वह कड़वा हो तो लौकी का किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
लौकी का जूस बनाने की विधि
सबसे पहले लौकी को धो लें फिर उसे कद्दूकस कर लें। कद्दूकस की हुई लौकी में तुलसी के सात पत्ते और पुदीने की पांच पत्तियां डाल कर मिक्सर में पीस लें। रस की मात्रा कम से कम 150 ग्राम होनी चाहिए। अब इस रस में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर तीन चार पिसी काली मिर्च और थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर पिएं।रस को पीने की विधि- यह रस किसी भी दिल के मरीज को दिन में तीन बार सुबह, दोपहर और शाम को खाने के बाद पिलाना चाहिए। शुरूआत के दिनों में रस कुछ कम मात्रा में लें और जैसे ही वह अच्छे से पचने लगे इसकी मात्रा बढ़ा दें। बाकि अन्य मरीज सिर्फ सुबह ही पिए.
लौकी का रस के फायदे ,Benefits of Bottle Gourd Juice in Hindi
- लौकी का रस हाई ब्लड प्रैशर और सभी हृदय रोगों में सबसे अच्छी घरेलू दवा है. 150 मिली. लौकी का रस हल्का गर्म कर लीजिये. इसमें 2 चुटकी काली मिर्च का पाउडर और 2 चुटकी अदरक का पाउडर यानि सौंठ अच्छी तरह मिला लीजिये.इसे रोज़ाना सुबह खाली पेट पीना चाहिये.
- गैस और कब्ज-एसिडीटी, कब्ज, पेट की बीमारियों एवं अल्सर में लौकी का रस फायदेमंद होता है। खाने के बाद अगर पेट में किसी प्रकार की कोई परेशानी महसूस हो रही हो तो लौकी का जूस पिएं
- खांसी, टीबी, सीने में जलन आदि में भी लौकी बहुत उपयोगी होती है।
- हार्ट डिसीज खाने के बाद एक कप लौकी के रस में थोड़ी-सी काली मिर्च और पुदीना डालकर पीने से हार्ट डिसीज रोग में आराम मिलता है।
- किडनी रोग लौकी किडनी के रोगों में बहुत उपयोगी है और इससे मूत्र खुलकर आता है।
- कोलेस्ट्रॉल-लौकी में मिनरल्स अच्छी मात्रा में मिलते हैं। लौकी के बीज का तेल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है तथा हृदय को शांत रखता है। यह ब्लड की नाडिय़ों को भी स्वस्थ बनाता है।
- कब्ज और पीलिया*लौकी का उपयोग आंतों की कमजोरी,कब्ज, पीलिया, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिसीज, डायबिटीज, शरीर में जलन या मानसिक उत्तेजना आदि में बहुत उपयोगी है।
- डायरिया-अगर डायरिया के मरीज को केवल लौकी का जूस हल्के नमक और चीनी के साथ मिलाकर पिलाया जाए तो यह नेचुरली हेल्दी जूस बन जाता है।
- मिर्गी लौकी का रस मिर्गी में भी फायदेमंद है।
- हैजा होने पर 25 मिली लौकी के रस में आधा नींबू का रस मिलाकर धीरे-धीरे पिएं। इससे यूरिन बहुत आता है और लाभ होता है।
- पानी को कमी (De-hydration)- उल्टी, दस्त, तेज बुखार के कारण शरीर में पानी की कमी होने पर समान मात्रा में नारियल का पानी और लौकी का रस (Lauki Juice) मिलाकर हर 20 मिनट में आधा-आधा कप पीते रहने से पानी की कमी दूर हो जाती है तथा आगे भी पानी की कमी नहीं होती।
- पेट के रोग (Benefits of Bottle Gourd Juice in stomach Diseases)- एक कप लौकी का रस (Lauki Juice) सुबह खाली पेट प्रतिदिन पीने से पेट के सभी सामान्य रोग व कब्ज ठीक हो जाते हैं। लम्बे समय तक इसी प्रकार लौकी का रस पीने से पेट ठीक रहेगा। लौकी की खिचड़ी भी खा सकते हैं।
- पैर के तलवों की जलन (Benefits of Bottle Gourd Juice in Burning Foot Pain )- लौकी या घीया को काटकर इसका पेस्ट पैर के तलवों पर मलने से पैरों की गर्मी, जलन, दूर होती है। लौकी का रस (Lauki Juice) भी लगाया जा सकता है।
- दस्त (Benefits of Bottle Gourd Juice for Diarrhea) – लौकी का रायता दस्तों में लाभप्रद है। लौकी को कद्दूकस करके थोड़ा पानी डालकर उबालें। फिर दही को अच्छी तरह मथकर उसमें उबली हुई लौकी को हल्का सा निचोड़ कर मिला दें और फिर उसमें सेंधा नमक, भुना जीरा, कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर दिन में 3 बार खाएँ। बार-बार दस्त जाना बन्द हो जायेगा। दस्त होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, ऐसी हालत में रोगी को लौकी का रस देने से लाभ होता है।
- मानसिक तनाव (Reduce mental stress by Bottle Gourd Juice )- आधा कप लौकी का रस दो चम्मच शहद मिलाकर सोते समय पीने से मानसिक तनाव कम होता है। सिर में लौकी का तेल लगायें। जब तनाव बढ़े उस समय Lauki Juice का एक छोटा गिलास पीने से तनाव और क्रोध से राहत मिलती है। लौकी से बहुत लाभ होता है। अन्न, दालें, फल-सब्जियाँ छिलकों सहित खायें। ठंडी प्रकृति वाली सब्जियाँ जैसे लौकी, कद्दू, तोरई, टिन्डा, भीगे हुए बादाम और अंजीर, गेहूँ का दलिया क्षार प्रधान होते हैं। ये चीजें भोजन में शामिल करें इससे तनाव कम होता है। चाय-कॉफी, शराब, मैदा की चीजें, तला हुआ भोजन, डिब्बा बन्द भोजन आदि से परहेज रखें, नहीं खायें।
- गला दर्द (Throat Pain)– एक गिलास Lauki Juice में दो चम्मच शहद या शक्कर मिलाकर पीने से लाभ होता है।
- Lauki Juice For Diabetes – मधुमेह में लौकी लाभ करती है। सब्जी, सलाद के रूप में कच्ची लौकी खा सकते हैं। Lauki Juice में थोड़ा नमक मिलाकर पियें।
- गठिया (Arthritis)- लौकी के 100 मि.ली. रस में 3 ग्राम सोंठ का चूर्ण मिलाकर पीने से गठिया की सूजन तथा दर्द से आराम मिलता है।
- गर्भावस्था (Lauki During Pregnancy)- लौकी गर्भाशय संबंधी विकारों में लाभदायक है। इसलिए जिन स्त्रियों को बार-बार गर्भस्राव या गर्भपात हो जाता है, उन्हें कुछ दिनों तक लौकी का सेवन सब्जी या रस के रूप में अवश्य करना चाहिए। इससे गर्भाशय मजबूत होगा और गर्भस्राव से छुटकारा मिल जाएगा। गर्भवती महिला को Lauki Juice ताकत देता है। लौकी का रस या सब्जी, खिचड़ी खाते रहने से गर्भस्थ शिशु का पोषण होता है, शिशु स्वस्थ और सही वजन का जन्म लेता है। गर्भवती महिला का भी पोषण होता है
- दाँत-दर्द के लिए लौकी नुस्खा (Teeth Care) – लौकी या घीया 75 ग्राम, लहसुन 20 ग्राम, दोनों को पीसकर एक लीटर पानी में उबालें। पानी आधा रह जाने पर छानकर कुल्ले करने से दाँत-दर्द ठीक होता है।
- वजन कम करने लिए लौकी के जूस के फायदे - वैसे तो लौकी से वजन या चर्बी कम होती है इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है पर जानकारों का यह दावा है की Lauki Juice से मोटापा दूर होता है इसके लिए आप – ताजा लौकी के छीलको को घिया से अलग कर लें, फिर इनको किसी जूसर में डालकर इसका रस निकल कर सुबह खाली पेट पिए इस रस में आयरन पोटाशियम ,और अन्य खनिज तत्व शरीर को फायदा पंहुचाते है तथा यह मोटापे को भी कम करता है
लौकी के रस का उपयोग करते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिये
- यह बहुत ठंडा होता है इसलिये जिनके शरीर में ठण्डक ज़्यादा हो या जुकाम हो तो उनको लौकी का रस नहीं लेना चाहिये.
- यदि लौकी का ज्यूस (bottle gourd juice) स्वाद में कड़वा हो तो इसे नहीं पीना चाहिए.
- लौकी के ज्यूस को किसी और ज्यूस के साथ मिलाकर नहीं पीना चाहिए.
- लौकी का ज्यूस पीने के बाद जी मचलना (nausea), उल्टी, डायरिया, या घबराहट जैसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत अपने पास के डॉक्टर से संपर्क करें.
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