Saturday, December 17, 2016

लौकी के जूस के फायदे,Health Benefits of Bottle Gourd Juice in Hindi

 

लौकी के जूस के फायदे,Health Benefits of Bottle Gourd Juice in Hindi

जाने-माने योगाचार्य बाबा रामदेव ने लोगों को लौकी के जूस का अधिकाधिक सेवन करने की सलाह देते हुए कहा कि इसे सदियों से स्वास्थ्यवर्धक माना जाता रहा है। लापरवाही से अगर कोई कड़वी लौकी का प्रयोग कर ले तो उसके प्रथम उपचार में तुरंत वमन करें और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सामान्य लौकी का जूसलें।  

हर घरों में लौकी सब्जी के रूप में बनाई जाती है जिससे अधिकतर लोग खाना पसंद करते है, तो कुछ लोग नही… पर इसमें पाये जाने वाले पौष्टिक गुणों के कारण लौकी का उपयोग अब हर घरों में किया जाने लगा है। लौकी में महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की मात्रा पाई जाती है जो शरीर को कई खतरनाक बीमारियों से बचाती है। इसमें फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होने से लोग गर्मियों के समय में इसका सेवन अधिक करते है। यह शरीर में ठंडाहट देने के साथ स्वास्थ्य एंव सौंदर्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। आइये आज जानते है कि लौकी हमारे लिये कितना उपयोगी सिद्ध हो सकती है।

लौकी के जूस के फायदे,Health Benefits of Bottle Gourd Juice in Hindi

    • वजन कम करने में सहायक - बेहद कम लोग इस बात को जानते हैं कि घीयावजन को कम करती है। ये और दूसरी चीजों के मुकाबले तेजी से वजन कम करने में सहायक होती है। घीया को उबालकर नमक के साथ खाने से वजन जल्दी ही कुछ ही दिनों में घट जाता है। घीया में फाइबर की अच्छी मात्रा से जल्द भूख नहीं लगती और पेट भी भरा-भरा सा लगता है।
    • चेहरे में लाए प्राकृतिक निखार- चेहरे को अंदर और बाहर से प्राकृतिक सुंदरता और निखार लाने के लिए प्रतिदिन घीया का सेवन करना चाहिए। घीया चेहरे को सुंदर और आकर्षक बनाती है। घीया का जूस पेट की अंदरूनी सफाई करता है जिससे चेहरे पर धूल, धूप, और प्रदूषण से होने वाले मुहांसों से छुटकारा मिलता है। साथ ही त्वचा खूबसूरत और मुलायम बनी रहती है।
    • डाइबिटीज – घीया डाइबिटीज के मरीजों को बेहद फायदा पहुंचाती है। खाली पेट घीया का जूस का सेवन डाइबिटीज के मरीजों को सुबह-सुबह करना चाहिए।
    • वर्कआउट के बाद पीना फायदेमंद – आप वर्कआउट के बाद जिस प्रोटीन शेक को पीते हैं, उसकी जगह घीया के जूस को पीकर देखिये। लौकी के जूस में मौजूद नैचुरल शुगर न सिर्फ ग्लाइकोजीन (glycogen) स्तर को बनाए रखती है बल्कि वर्कआउट के दौरान शरीर में कार्बोहाइड्रेट की जो कमी पैदा होती है उसे भी पूरा करती है। इसमें प्रोटीन काफी मात्रा में होता है इसलिए ये मांसपेशियों की क्षमता भी बढ़ाता है।
    • यूटीआई से निपटने में मदद करे – अगर आपको यूरीन के दौरान जलन या दर्द महसूस होता है तो आपको ज़रूरत है हर सुबह घीया का जूस पीने की। क्योंकि ऐसा यूरीन में एसिड की मात्रा बढ़ने पर होता है और लौकी के जूस से मिलने वाली ठंडक एसिड के असर को कम कर देती है।
    • पाचन – जिन लोगों को पाचन संबंधी परेशानियां हों वे घीया का सेवन करें। घीया पेट में गैस की समस्या को दूर करती है। इसलिए इसे अपने भोजन में जरूर इस्तेमाल करना चाहिए।
    • अनिद्रा से राहत – अनिद्रा की समस्या से पीड़ित लोग लौकी के रस के साथ तिल का तेल मिलाकर पी सकते हैं ।
    • सनटैन से छुटकारा दिलाए – अगर आप चाहते हैं कि आप सनटैन से बचे रहें, तो भी लौकी का जूस आपके काम आ सकता है। इसके नेचुरल ब्लीचिंग तत्व टैन त्वचा को लाइट करते हैं। साथ ही ये अच्छा मॉश्चराइज़र भी है। दिन में 3-4 बार टैनिंग वाले स्थान पर लौकी का जूस लगाने से लाभ मिलता है।
    • पेट होगा साफ – लौकी का जूस पेट की अंदरूनी सफाई करता है जिससे चेहरे पर धूल, धूप, और प्रदूषण से होने वाले मुहांसों से छुटकारा मिलता है। साथ ही त्वचा खूबसूरत और मुलायम बनी रहती है।
    • स्वस्थ ह्रदय – आजकल लोगों में दिल की कई समस्याओं के बारे में सुना जाता है जो हल्के और गंभीर दिल के दौरे को जन्म दे सकती हैं । कुछ लोगों को यह तकलीफ अनुवांशिक होती है और कुछ लोगों की जीवनशैली और अनुचित आहार इसका कारण होती है | अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए घीया का रस पी सकते हैं। यह रक्तचाप को नियंत्रित करके दिल का प्रभावी ढंग से विकास करके उसे स्वस्थ रखेगा ।
    • विटामिन और प्रोटीन -घीया में सभी तरह के प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी3, बी6, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और जिंक पाया जाता है। जो शरीर को कई बीमारियों से बचाता है।
    • कोलेस्ट्राल से बचाए – अपने खाने में घीया का इस्तेमाल करें यह दिल संबंधी बीमारियों से आपको बचाता है। घीया खाने से हानिकारक कोलेस्ट्राल कम होने लगता है और हार्ट अटैक जैसी बीमारी से इंसान बच जाता है। इसलिए घीया का जूस बेहद फायदेमंद होता है।

      सावधानिया 

      योग गुरु बाबा रामदेव भले ही लौकी के जूस को अन्य सब्जियों के जूस में मिलाकर पीने की सलाह देते हों, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बनी विशेषज्ञ समिति ने ऐसा न करने की हिदायत दी है। उसका यह भी कहना है कि जूस निकालने से पहले लौकी का एक छोटा टुकड़ा काटकर उसे चख लेना चाहिए। अगर वह कड़वा हो तो लौकी का किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। 

      कुछ महीने पहले लौकी का जूस पीने के तुरंत बाद दिल्ली में 59 साल के सुशील कुमार सक्सेना की मृत्यु हो गई थी और उनकी पत्नी की हालत बिगड़ गई थी। इन्होंने लौकी के जूस में करेले का जूस मिलाकर पीया था। इस घटना के बाद सरकार ने एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. एस. के. शर्मा की अध्यक्षता में एक समिति बनाई थी। समिति ने अपने अध्ययन के बाद की गई सिफारिशों में कहा है कि कड़वी लौकी के जूस को किसी भी स्थिति में नहीं पीना चाहिए और न ही ऐसी लौकी का किसी भी रूप में प्रयोग करना चाहिए। 

      समिति का यह भी कहना है कि सामान्य लौकी के जूस को भी किसी भी सब्जी या फल के जूस में मिलाकर नहीं पीना चाहिए। उसने सलाह दी है कि लौकी का जूस पीने के बाद यदि किसी व्यक्ति को बेचैनी, चक्कर या उल्टी-दस्त की शिकायत हो तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में ले जाना चाहिए।

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